Korba Latest News: कोरबा में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और उसके दो जुड़वां बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। करतला सीएचसी से जिला अस्पताल लाने के दौरान एंबुलेंस में महिला को ऑक्सीजन नहीं दिया गया। पति ने खुद यह बात बताई,जिसके कारण जुड़वा नवजात बच्चे और उसकी मां की मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरा परिवार काफी सदमे में है।
Read Also- भारतीय पशुपालन निगम में 2246 पदों पर निकली भर्ती, 10वीं पास से ग्रेजुएट तक कर सकते हैं आवेदन
Korba Latest News: कोरबा में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल एक बार फिर से खुल गई है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण महिला और उसके दो जुड़वा नवजात बच्चों की मौत हो गई। मामला करतला थाना क्षेत्र के जोगीपाली गांव का है। बताया जा रहा है,कि प्रसव पीड़ा उठने मृतका कांति राठिया को करतला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया,जहां महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। इसके बाद जच्च-बच्चा को जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया। एंबुलेंस में सब कुछ सही था,तभी एकाएक महिला और उसके दोनों बच्चों की सेहत बिगड़ी और अस्पताल में उपचार मिल पाता उससे पहले की उनकी मौत हो गई। पति ने इस घटना को लेकर स्वास्थ्य महकमे पर सवाल उठाए है।
Read Also- सावधान! शादी समारोह में मेहमान बनकर पहुंचता है ये चोर गिरोह, मौका पाते ही गहने और कैश पर करता है हाथ साफ
Korba Latest News: मृतिका के पति बिहारी लाल राठिया ने बताया कि अचानक दर्द बढ़ने पर घर पर ही नॉर्मल प्रसव हुआ और दो बच्चों को स्वस्थ जन्म देने के बाद उसे करतला स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां इलाज शुरू किया गया हालत बिगड़ने पर उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया रास्ते में वह बातचीत करते हुए आ रही थी अचानक ऑक्सीजन की कमी होने के चलते उसकी दिक्कतें बढ़ गई और उसकी मौत का कारण ऑक्सीजन नहीं होने के कारण ही हुई है वह चाहता है कि एक घटना उसके साथ हुई है और किसी के साथ ना हो उसे लेकर स्वास्थ्य विभाग को ध्यान देने की जरूरत है।
Read Also- CGPSC घोटाला मामले में सोनवानी और गोयल को कोर्ट में किया गया पेश, 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज मेमो के आधार पर मृतक के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है आगे की जांच कार्यवाही की जा रही है। इस संबंध में हमने जिला स्वास्थ्य अधिकारी एसएन केसरी से फोन पर संपर्क किया लेकिन बात नहीं हो पाई। कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर इस तरह की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं की खबरे सामने आते रहती है। व्यवस्था दुरुस्त करने का प्रयास किया जाता है बावजूद इसके लापरवाही के कारण इस तरह की घटना घट जाती है। इस दिशा में विभाग को जरुरी कदम उठाने की जरुरत है।