CG Assembly News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में डीएमएफ मद से सड़क निर्माण में अनियमितताओं को लेकर विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर द्वारा उठाए गए सवालों पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने सदन में पांच अधिकारियों को निलंबित करने की घोषणा की और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने दंतेवाड़ा में स्वीकृत सड़क निर्माण कार्यों में गड़बड़ियों का मामला उठाया। उन्होंने सवाल किया कि क्या इस सड़क के निर्माण में किसी प्रकार की अनियमितताएं सामने आई हैं, और दोषी पाए जाने पर क्या कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, चंद्राकर ने यह भी आरोप लगाया कि ठेकेदार को अधिक भुगतान किया गया है और भ्रष्टाचार के कई पहलू इस परियोजना में शामिल हैं।
इस पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि यह कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत नहीं, बल्कि जिला निर्माण समिति की केंद्रीय सहायता मद से स्वीकृत था। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि शिकायत मिलने के बाद दंतेवाड़ा कलेक्टर ने एक पांच सदस्यीय टीम गठित की थी, जिसने जांच के दौरान कई अनियमितताएं पाई थीं।
Read Also- Jaipur Fire News: जयपुर में हाइवे पर LPG टैंकर फटा, 8 लोग जिंदा जले, 35 गंभीर रूप से झुलसे, 40 गाड़ियों में लगी आग
जांच रिपोर्ट में बताया गया कि अर्थवर्क, जीएसबी डामरीकरण कार्य, डब्लूबीएम और सोल्डर कार्य, और रिटनिंग वॉल में गड़बड़ियां पाई गईं। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि ठेकेदार से 2 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी, और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
CG Assembly News: चंद्राकर ने इस पर सवाल उठाया कि जब भुगतान ज्यादा नहीं हुआ, तो फिर जांच समिति वसूली क्यों कर रही है। इस पर डिप्टी सीएम ने कहा कि माप पुस्तिका के आधार पर कुछ कार्यों का भुगतान कम किया गया था, और इसी आधार पर वसूली की कार्रवाई की जा रही है।
इस पर अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि डिप्टी सीएम भ्रष्टाचार को छिपा रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उनका कहना था कि डिप्टी सीएम भ्रष्टाचार को उजागर करने की बजाय उसे संरक्षण दे रहे हैं। इस आरोप-प्रत्यारोप के बाद सदन में विपक्ष ने भी हंगामा शुरू कर दिया और दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई।
विधानसभा अध्यक्ष ने मामले को शांत करने की कोशिश करते हुए दोनों पक्षों को शांत रहने की सलाह दी और कहा कि सदन में संसदीय शिष्टाचार का पालन किया जाए।
Read Also- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन आज, कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर होगी चर्चा, आज के दिन और क्या होने वाला है खास, जानिए एक क्लिक में यहां
CG Assembly News: इस विवाद के बीच, डिप्टी सीएम ने विधानसभा में एक अहम घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी पाई गई है, उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा और उनके खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। निलंबित किए गए अधिकारियों में सेवानिवृत्त कार्यपालन अभियंता अनिल राठौर, कार्यपालन अभियंता दामोदर सिंह सिदार, अनुविभागीय अधिकारी तारकेश्वर दीवान, सहायक अभियंता आरवी पटेल और उपअभियंता रविकांत सारथी शामिल हैं।
इसके अलावा, डिप्टी सीएम ने बताया कि ठेकेदार के खिलाफ वसूली के आदेश दिए गए हैं और उसे पीडब्ल्यूडी में ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। इसके साथ ही ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है।