डौंडी(संचार टुडे)। बालोद जिले के दल्ली राजहरा नगर के अग्रवाल परिवार की दो नन्ही बच्चियों ने छत्तीसगढ़ कराते संघ रायपुर द्वारा 11 जून को जवाहर नगर स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित ग्रीष्मकालीन राज्य स्तरीय कराते चैंपियनशिप में पहली बार हिस्सा लेते हुए, सिल्वर और ब्राऊंज मैडल प्राप्त कर दल्ली राजहरा सहित बालोद जिले का मान बढ़ाया है ।
प्राप्त जानकारी अनुसार दल्ली राजहरा के पुराना बाजार निवासी थोक व्यवसायी और डौंडी ब्लॉक के नई दुनिया संवाददाता अजय अग्रवाल की बड़ी पुत्री आन्या अग्रवाल जो कि डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा आठवीं की छात्रा है और छोटी पुत्री अनन्या अग्रवाल डीएवी हायर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा पांचवी की छात्रा है । दोनो बालिकाओं ने पिछले लगभग 5 माह पूर्व से कराते का अभ्यास शुरू किया था जिसमे से भी परीक्षा एवं गर्मियों के अवकाश में बाहर चले जाने के कारण पिछले दो माह से अभ्यास बंद होने के बाद अभी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए 10 दिवस से पुनः अभ्यास शुरू कर रविवार को राजधानी रायपुर में आयोजित ग्रीष्मकालीन राज्यस्तरीय कराते चैंपियनशिप में हिस्सा लेते हुए आन्या ने 14 वर्षीय ग्रुप के काता में सिल्वर मैडल जीता और कुमीते में ब्राऊंज मैडल, वहीं छोटी गुड़िया अनन्या अग्रवाल ने 10 वर्षीय ग्रुप में काता और कुमीते दोनो में ब्राऊंज मैडल अपने नाम किया ।
अपने पहले ही प्रयास में इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए बालिकाओं के प्रशिक्षक आलम सर, प्रवीण जैन, विजय जैन, प्रमोद जैन, संदीप अग्रवाल, दीपक अग्रवाल और डीएवी स्कूल के शिक्षकों के साथ साथ नगर के गणमान्य नागरिकों ने उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ ढेरो शुभकामनाएं दी ।
दोनो बच्चों ने संयुक्त रूप से बताया कि ये उनके जीवन का पहला टूर्नामेंट था, शुरू में तो बहुत डर लग रहा था कि कैसे होगा, चोट लग जायेगी जैसे ख्याल मन में आ रहे थे लेकिन पापा और प्रतिदिन अभ्यास करवाने वाले किशन भैया, समीर भैया, नीलम दीदी, उज्जवला दीदी और भावना दीदी के समझाए अनुसार डर को अपने दिमाग से निकालकर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और ये मुकाम हाँसिल किया, अगली बार और ज्यादा मेहनत करेंगे और गोल्ड लेकर आएंगे, तथा भविष्य में अपने भारत देश का प्रतिनिधित्व करने कड़ी मेहनत करेंगी ।
बच्चों ने अपने इस उपलब्धि और मान सम्मान का पूरा पूरा श्रेय मम्मी, पापा, आलम सर, किशन भैया, समीर भैया, सन्नी भैया और सभी दीदियों एवं साथ में प्रेक्टिस करने वाले साथीगण को जाता है ।