गोरे लाल सोनी की खबर…
डौंडी(संचार टुडे)। छत्तीसगढ़ के सबसे पहली त्यौहार हरेली को समस्त छत्तीसगढ़ में हर्षोल्लास रूप से मनाया जा रहा है वही छत्तीसगढ़ के स्वच्छता दीदियों द्वारा इस वर्ष के हरेली त्यौहार को नही मना पा रही है। चूंकि स्वच्छता दीदी महिला महासंघ अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 15 जुलाई से हड़ताल पर बैठे है। स्वच्छता दीदियों की मांग है कि उन्हें कलेक्टर दर पर भुगतान दी जावे। सभी कर्मचारियों से पीएफ राशि कटनी चाहिए। प्रत्येक रविवार अवकाश मिलनी चाहिए। इन्ही तीन मांगो को लेकर समस्त महिला स्वच्छता दीदी हड़ताल कर रहे है। बालोद जिला में हड़ताल तीन दिनों से जारी है, जहाँ जिले के समस्त नगरीय निकायों की महिला स्वच्छता दीदी धरना प्रदर्शन पर बैठी है। परंतु हड़ताल में शासन प्रशासन की ओर से अब तक कोई पहल नही की गई है। स्वच्छता दीदियों ने कहा है कि मांग पूर्ण नही होने पर वे 18 जुलाई से 21 जुलाई तक राजधानी रायपुर में बड़ी प्रदर्शन करेंगी। यहाँ भी मांगे मानी नही गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेगी। इधर स्वच्छता दीदी हड़ताल से प्रदेश भर के नगरीय निकायों के शहरों व नगरों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कार्य अभी पूर्णतः बंद हो गया है। डोर टू डोर कचरा संग्रहण बंद होने से लोगो को घरों से इकट्ठा कचरा फेकना मुश्किल हो जा रहा है। ऐसे में लोगो द्वारा घर से बाहर कचरा फेकना मजबूरी हो जाएगी। जिससे स्वच्छ भारत अभियान में जगह जगह कचरो की ढेर दिखने लग जाएंगे।