बालोद(संचार टुडे)। ब्लॉक के ग्राम पंचायत पटेली के आश्रित ग्राम मडियाकट्टा के ग्रामीणों ने मंगलवार एक जुलाई को स्कूल के पास गांव की किराना दुकान और होटल में अवैध शराब बिक्री करने वालों पर कार्यवाही हेतु जिला मुख्यालय में जनदर्शन में शिकायत की गई। प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम मडियाकट्टा के ग्रामीण प्राथमिक शाला के समीप स्थित किराना दुकान एवं होटल में अवैध शराब बिक्री के कारण गांव का माहौल अशांत हो रहा है जिसका बुरा प्रभाव समीप में स्कूल होने के कारण पढ़ने वाले बच्चों पर भी पड़ रहा है, दिनभर नशे में धुत्त लोग गाली गलौच करते है, आए दिन वाद विवाद होता रहता है। यदि जल्द से जल्द ग्राम में अवैध शराब बिक्री को नही रोका गया तो गांव की महिलाओं, बच्चों सहित समस्त ग्रामवासी कार्यालय का घेराव करने विवश हो जाएंगे, जिसकी लिखित शिकायत जिला मुख्यालय में जनदर्शन में की गई। गौरतलब है कि आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण अवैध शराब बिक्री करने वालों के हौंसले बुलंद है, अवैध शराब बिक्री करने वालों के द्वारा खुलेआम बोला जाता है कि सभी का महीना बंधा हुआ है, जिसको शिकायत करना है कर लो, कार्यवाही के लिए आने वाले फोन करके जानकारी दे देते है। उल्लेखनीय है कि आबकारी विभाग के द्वारा हर हमेशा स्टाफ की कमी का रोना रोया जाता है, वहीं जितनी बार भी प्रदेश के मुखिया का जिला आगमन हुआ है उतनी बार उनके समक्ष आमजनता सहित जनप्रतिनिधियों ने अवैध शराब बिक्री पर लगाम लगाने की शिकायत की जाती रही है और पुलिस तथा आबकारी विभाग के आला अधिकारियों को मुख्यमंत्री के तीखे तेवरों का सामना भी करना पड़ा है। इसके बावजूद भी आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन इन अवैध शराब को गांव गांव तक पहुंचाने वाले 80 रुपए के देसी पौव्वे को 120 रुपए में खुलेआम बेचने वालों पर नकेल कसने में पूरे ब्लॉक में नाकाम रहा है, जिसके कारण अब गांव की आम जनता को जिला मुख्यालय जाकर कलेक्टर के सामने गुहार लगानी पड़ रही है। अब देखने योग्य वाली बात ये होगी कि इस मामले में कलेक्टर आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से जनप्रतिनिधियों के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद शराब भट्ठियों के पास चल रहे अवैध चखना सेंटर, होटलों और ढाबों में बैठाकर शराब पिलाने की व्यवस्था सहित कोचियों के माध्यम से सरकारी देसी शराब दुकानों से गांव गांव में देसी शराब को पहुंचाने वालों पर कैसे और कितनी जगहों पर कार्यवाही होती है।