सक्ती(संचार टुडे)। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर स्थानीय दीनदयाल स्टेडियम बाजार ग्राउंड में सर्व आदिवासी समाज के द्वारा भव्य आयोजन किया गया। कर्मा जैसे कई पारंपरिक नृत्यों के साथ अपनी परंपराओं को प्रदर्शित कर आदिवासी समुदाय के बंधुओं में खासा उत्साह देखा गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना मौजूद रही। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हम आदिवासी किसी से पीछे नहीं हैं। हम सभी को आगे आकर एक जूता का परिचय देते हुए अपने आप को मजबूत बनाकर आगे बढ़ने का प्रयास करना है। अपने समाज को आर्थिक रूप से मदद करते हुए हमें हमेशा हर कार्यों में अग्रणी रहकर अपने समाज का मन बढ़ाना है और हमेशा गर्व महसूस करना है कि हम सभी आदिवासी हैं। कभी आदिवासी होने पर हमें अपनी पहचान छुपानी नहीं चाहिए बल्कि हमें पूरे गर्व के साथ कहना चाहिए कि हम आदिवासी हैं। कलेक्टर ने आगे कहा कि इस भव्य आयोजन की जो परंपरा की शुरुआत हुई है उसे निरंतर जारी रखना होगा यही एक माध्यम होता है जिसमें हमारा समाज एकजुट होता है और हमें यह कोशिश करनी है कि सर्व आदिवासी एक साथ सामने आए और हमें जो गुट हुए हैं उनको एक करें ताकि हम एकजुट रहें और हमें किसी भी प्रकार से कमजोर महसूस न होने दिया जाए। शासन-प्रशासन बहुत ही महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन कर रही है जो सिर्फ आदिवासियों के लिए होती है उसका हम सभी को बढ़-चढ़कर लाभ लेना चाहिए। आदिवासी समाज का युवा भी आगे बढ़ सकता है महिलाएं भी आगे बढ़ सकती हैं बशर्ते उन्हें अपने मनोबल को ऊंचा रखना है और हमारे समाज में हमेशा अग्रणी रहकर कार्य करना है ताकि हम पूरे विश्व में आदिवासी समुदाय को प्रथम पंक्ति में रख सकें।
कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में मौजूद तहसीलदार मनमोहन प्रताप सिंह ने भी कहा कि इस प्रकार के भव्य आयोजन में मंच पर आकर मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं। सक्ती में इस भव्य आयोजन से इस बात का एहसास कराया है कि यहां आदिवासियों की भी एक गौरवशाली परंपरा है। इसके लिए आयोजन समिति को ढेर सारी शुभकामनाएं। आदिवासियों के रास्ते बहुत कठिन होते हैं उनके जीवन में बहुत से संघर्ष होते हैं और इन सभी संघर्षों को पार कर हमें आगे बढ़ना है। आज राजनीतिक क्षेत्र हो या प्रशासनिक क्षेत्र हो या अन्य कोई भी क्षेत्र हो वहां आदिवासी बहुत संघर्ष कर पहुंचता है। हमें और भी बहुत सुधार करने हैं। हमें गर्व से अपनी संस्कृति अपनी परंपरा को सभी के समक्ष रखना चाहिए और हमें आदिवासी होने पर गर्व का अहसास होना चाहिए। इस गौरवशाली कार्यक्रम में विपुल होरो, विधायक रामकुमार यादव, केशव चंद्रा, जागेश्वर सिंह सिदार, संजय सिंह भी मंचस्थ रहे।
हमें एकजुट होकर बनाना है समाज को अग्रणी – विद्या
अखिल भारतीय गोंडवाना गोंड महासभा की राष्ट्रीय उपकोषाध्यक्ष एवं सर्व आदिवासी समाज महिला प्रभाग की जिलाध्यक्ष विद्या सिदार ने मंचीय संबोधन में कहा कि सर्व आदिवासी एक समान है। हमें एकजुट होकर कार्य करना है और समाज को आगे बढ़ाना है। हमारी पुरखों ने जो हमारी परंपराओं को सहेजा है हमें उस विरासत को आगे बढ़ाना है। हमारे समाज के युवा छात्र-छात्रा आगे बढ़े इसके लिए हमें बढ़-चढ़ कर पहल करनी है और हमारा समाज हमेशा अग्रणी रहे इसके लिए हम सदैव तत्पर रहेंगे। कार्यक्रम में समाज के होनहार छात्र छात्राओं का भी सम्मान किया गया। साथ ही सीजीपीएससी में सफलता प्राप्त करने वाले समाज के सफल प्रतियोगियों को भी सम्मानित किया गया। समाज को विशेष रूप से सहयोग करने वालों को भी सम्मानित किया गया है। समाज को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले समस्त बंधुओं का भी आभार व्यक्त किया गया।
बाजार ग्राउंड में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के भव्य कार्यक्रम में आदिवासी परंपराओं के अनुसार नृत्य करते हुए मंच तक पहुंची। उनके साथ विद्या सिदार भी शामिल हुई साथ ही समाज के अन्य महिलाओं ने भी एक साथ थिरकते हुए उन्हें मंच तक लाया। साथ ही विभिन्न विद्यालयों एवं छात्रावासों की आदिवासी छात्राओं एवं छात्रों ने भी मंची प्रस्तुतियां देकर खासा समां बांधा। आयोजक सर्व आदिवासी समाज के द्वारा पूरे जिले से आने वाले बंधुओं के लिए भोजन की व्यवस्था भी की थी। भक्ति महारैली का आयोजन हुआ जिसमें हजारों की संख्या में समाज के बंधु पूरे जिले से शामिल हुए। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के सरवन सिदार, जगेश्वर सिंह राज, आशाराम सिदार, नारायण सिदार, शिव कंवर, सतीश नेताम, नीलमणि जगत का सरहनीय योगदान रहा। कंवर समाज के भवन सिंह राम सिंह फुल साय पैंकरा, उरांव समाज के बुधराम उरांव, धनुवर समाज के कन्हैया धनुवार, सांवरा समाज के लक्ष्मण सिंह, खैरवार समाज से समारू राम खैरवार कैलाश खैरवार, सांवरिया समाज से अंक सांवरिया, भैना समाज से फिरत राम , नगेसिया समाज से रामसाय, राठिया समाज से मदन सिंह, कोरवा समाज से राजकुमार, मुंडा समाज से रमेश चंद्र मुंडा, राज्य भौवार समाज से उदित नारायण मैत्री, धनेश्वर सिंह मैत्री मौजूद रहे।
विजय पोर्ते ,मालती सिदार, ममता उरांव ,उषा कंवर, मीरा ,अनीता ,कीर्तन , कृष्णा ,सरिता ,अलका ,भुवन सिंह ,राम सिंह, गणपत, लीलाधर, बजरंग, धरम, रेशम, देवेंद्र ,शिव ,भास्कर, मथुरा, मिंटू, प्रेम, सतीश, प्रभात ,मंगल ,त्रिभुवन सिंह, भूषण ,गिरवर, सियाराम, छोटू ,नीलमणि ,भोग सिंह, प्रताप, तुला,अवध, रितु, नारायण, शंकर ,प्रहलाद, गंगू राम,बाबूलाल ,सुंदर ,गजाधर ,ओम प्रकाश, सुभाषिनी सहित समाज के सभापति ग्राम मेंबर एवं समस्त पदाधिकारी गण उपस्थित थे।