रायपुर(संचार टुडे)। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में विगत 52 महीनों से विपक्ष की भूमिका निभा पाने में नाकाम भाजपाइयों का झूठ लगातार बेनकाब हुए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुपोषण और समृद्धि के साथ ही आवास और पेयजल के विषय में भी भाजपा का आरोप तथ्यहीन साबित हुआ है। विगत सवा साल में छत्तीसगढ़ में भाजपा के चार अध्यक्ष बदल गए, नेता प्रतिपक्ष भी बदलकर देख लिए लेकिन विश्वसनीयता का संकट यथावत कायम है। रमन राज के 15 साल के वादाखिलाफी, कुशासन, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के चलते आम जनता के बीच भाजपा की विश्वसनीयता तो पहले ही खत्म हो चुकी थी अब तो भाजपा के कार्यकर्ता और स्थानीय नेता भी भाजपा के फर्जी मुद्दों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, शिव प्रकाश, अजय जामवाल और नितिन नवीन भी डी पुरंदेश्वरी के तरह हताश और निराश हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा को न मिस्ड कॉल कार्यकर्ता मिल रहे हैं और ना ही मन की बात सुनने वाले कोई।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र में पीएम आवास को लेकर लगाए गए आरोप पर दिए गए लिखित जवाब में भाजपा का झूठ उजागर हुआ है। 2014 से 2018 तक तथाकथित डबल इंजन की सरकार रही। केंद्र में मोदी की सरकार और छत्तीसगढ़ में रमन की, तब कुल आवास केवल 2 लाख़ 37 हजार आवास बनाए, जिसे रमन सिंह ने 2018-19 के अपने अंतिम बजट अभिभाषण में स्वीकार किया था। विगत 4 वर्षों में छत्तीसगढ़ में 13 लाख़ 4 हज़ार आवास बने है। रमन राज में शहरी क्षेत्रों में मात्र 19 हज़ार मकान बने थे जबकि वर्तमान भूपेश सरकार ने विगत 4 वर्षों में केवल शहरी क्षेत्रों में ही 2 लाख़ 47 हज़ार आवास बनाए हैं। यही नहीं भूपेश सरकार ने चालू वित्त वर्ष में केवल प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3238 करोड़ के राज्यांश का प्रावधान रखा है। छत्तीसगढ़ में नल-जल योजना को लेकर भी अब भाजपाई झूठ फैलाने का षड़यंत्र रच रहे हैं। रमन राज में टैंकर पर निर्भरता, दूषित जल से पीलिया, हैजा जैसी महामारियों से सैकडों मौतें आम बात थी, भूपेश सरकार ने स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने तेजी से काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी परिस्थितियां बदल चुकी है लेकिन केवल राजनीतिक लाभ के लिए भाजपाई झूठ की बुनियाद पर भ्रम फैला रहे हैं।