बिलासपुर में पुलिस कस्टडी में आरोपी की संदिग्ध मौत हो गई है। धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने एक दिन पहले ही आरोपी को गिरफ्तार किया था। बताया जा गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के लिए आरोपी को थाने में रखा गया था, इसी दौरान उसकी संदिग्ध मौत हो गई। इधर आरोपी की मौत के बाद परिजन इसे लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। परिजनों ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
दरअसल, मामला तारबाहर थाना का है। जहां अक्टूबर 2022 में दीपक नारायण बेहरा ने धोखाधड़ी का शिकायत दर्ज कराया था। जिसमें जमीन रजिस्ट्री और वाहन दान देने के नाम पर मुंगेली निवासी श्याम मोहदिकर पर 3.80 लाख रुपए के धोखाधड़ी करने का आरोप था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी रायपुर में है। एक दिन पहले रायपुर में दबिश देकर पुलिस ने आरोपी श्याम को गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान श्याम की पत्नी को भी पुलिस पूछताछ के लिए साथ में थाने लेकर आ गई। बताया जा रहा है, आरोपी और उसकी पत्नी से थाने में पूछताछ चल रही थी। इसी बीच देर रात आरोपी श्याम की पत्नी को छोड़ दिया गया। आरोपी श्याम पुलिस की अभिरक्षा में था। सुबह परिजनों को जानकारी मिली कि, आरोपी श्याम की मौत हो गई है। इधर पुलिस कस्टडी में आरोपी के मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
परिजनों का कहना है कि, जब वे श्याम को थाने लेकर आए थे तब वे बिल्कुल स्वस्थ्य थे। अचानक उनकी मौत को लेकर परिजन संदेह व्यक्त कर रहे हैं। परिजनों ने मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इधर पुलिस के अधिकारी अचानक तबीयत बिगड़ने और अस्पताल में आरोपी की मौत होने की बात कह रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, धोखाधड़ी के दर्ज मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की गई थी। पूछताछ के लिए आरोपी को पुलिस कस्टडी में रखा गया था, इसी बीच तबीयत बिगड़ने से आरोपी की मौत हो गई। बहरहाल, मृतक आरोपी के शव का पीएम कराया जा रहा है। पुलिस भी मौत को लेकर जांच की बात कह रही है।