प्रदेश की राजधानी रायपुर में लगेगा पं. धीरेंद्र शास्त्री का लगेगा दिव्य दरबार

प्रदेश की राजधानी रायपुर में लगेगा पं. धीरेंद्र शास्त्री (Pt. Dhirendra Shastri) का लगेगा दिव्य दरबार…

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पावन धरा पर एक बार फिर से विश्व विख्यात संत शिरोमणि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Pt. Dhirendra Shastri) (बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर) के मुखारविंद से श्रीराम भक्त हनुमान की हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार का आयोजन किया जा रहा है. यह दिव्य आयोजन रायपुर स्थित विवेकानंद विद्यापीठ के सामने कोटा रोड गुढियारी में संपन्न होगा. इस आयोजन का प्रसारण छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश-विदेश में 23 जनवरी से 27 जनवरी तक संस्कार टीवी चैनल के द्वारा लाइव प्रसारण किया जाएगा.

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व्यवस्था के संबंध में 14 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे सभी धर्म प्रेमियों की आम बैठक रखी गयी है, जिसमें व्यवस्था प्रभारियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई, साथ ही कार्यक्रम की रूपरेखा की चर्चा की गई। प्रदेशवासियों को श्रीराम भक्त हनुमान जी की जीवत हनुमंत कथा सुनने का सुअवसर पुनः एक बार मिलेगा।

इस कलयुग में हनुमंत माल जी अजर-अमर है। समय समय पर हिन्दू सनातन धर्म के दवारा ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी को अपनी नस्कृति और संस्कार को आगे बढ़ाने का बल मिलता है, जिससे कि युवा पीढ़ी समाज को नई दिशा देने में अपनी महती भूमिका निभाते हैं।

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कथा आयोजन समिति के प्रमुख बसंत अग्रवाल (Basant Agarwal) एवं दिनेश मिश्रा ने बताया की इस पांच दिवसीय कथा आयोजन के दौरान छत्तीसगढ़ के सुदुर अचलों में जो कुछ हिन्दू भाई-बहने अज्ञानता वश अपनी मूल हिन्दू सनातन धर्म को छोड़ कर दूसरे धर्म में चले गए थे उनका घर वापसी पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Pt. Dhirendra Shastri)  एवं हिन्दू हृदय सम्राट युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत प्रबल प्रताप सिंह जूदेव (Prabal Pratap singh Judev) के सानिध्य में कराया जाएगा ।

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मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात, करोड़ों हिन्दुओं के आस्था का केन्द्र अयोध्या (Aayodhya) में भव्य श्री राम मंदिर के प्राण प्रतीष्ठा के सुअवसर पर ऐतिहासिक महोत्सव दिनाक 22 जनवरी को 11 लाख दीप प्रज्वलित किए जाएंगे साथ ही लेजर शो व भव्य आतिशबाजी की तैयारी की जा रही है। साथ ही साथ दिनांक 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सैनिकों एवं माँ भारती की रक्षा करते हुए अपनी जान का बलिदान करने वाले शहीद वीर सपूतों के परिवारों का सम्मान भी किया जाएगा।

कथा के अंतिम दिवस 27 जनवरी को निर्धन कन्याओं के विवाह महोत्सव का आयोजन भी रखा गया है। इस आयोजन में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Pt. Dhirendra Shastri) की गरिमामय उपस्थिति में निर्धन कन्याओं का विवाह समिति के विख्यात पंडितों के द्वारा हिन्दू रीति-रिवाज वैदिक परंपरा अनुसार संपन्न कराया जायेगा।

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