कवर्धा-तरेगांव(संचार टुडे)। कवर्धा के वन मंडल तरेगांव जंगल रेंज वन विभाग के द्वारा ढोलबज्जा बिट में ई-सीप योजना के अंतर्गत मिनी परकुलेशन टैंक डबरी निर्माण कार्य करवाया गया है। जिसमे जेसीबी मशीन के  द्वारा निर्माण कराया गया है। जिससे स्थानीय मजदूरों को कार्य से वंचित होना पड़ा जिसके वजह से लोगो में बिट के जिम्मेदार अधिकारियों पर आक्रोश  देखने को मिल रहा है।

राज्य सरकार के योजनाओं से वंचित कर अपने जेब भरने में लगे है विभाग के जिम्मेदार लोग
बैगा बहुमूल्य क्षेत्र होने के कारण राज्य सरकार द्वारा हर वर्ष करोड़ों रूपए खर्च किए जाते है। जिससे लोगों को रोजगार मिल सके, लेकिन विभाग के जिम्मेदार लोगो के द्वारा जेसीबी मशीन से डबरी निर्माण, तलाब गहरीकरण कार्य करवाया जा रहा है जिसके वजह से है बैगा जनजाति के लोगो को कार्य से वंचित होना पड़ रहा है।

डिप्टी सीएम विजय शर्मा के गृह ग्राम जिले में खुलेआम उड़ाई जा नियमों की धज्जियां
वन विभाग तरेगांव जंगल रेंज के ढोलबज्जा बिट कक्ष क्रमांक 85-86 में मिनी परकुलेशन डबरी बनाया गया है उसमे नियम के अनुसार लगभग 60 प्रतिशत मजदूर से कार्य करवाना था और 40 प्रतिशत मशीनों से, लेकिन यहां तो पूरा का पूरा काम जिम्मेदार अधिकारी पूर्ण रूप से मशीनों द्वारा कराया जा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को न तो रोजगार मिल रहा है और न ही अच्छे से काम कर पा रहे है। यहां बोल्डर या कड़ी मिट्टी पर भी मशीन से काम लिया जाता है लेकिन जहा डबरी निर्माण हुआ है वहा तो ऐसा कुछ नही है, पर भी यहां एक प्रतिशत भी लेबर से काम नही करवाया गया है जो नियम की विरुद्ध है।

फर्जी हाजरी भर कर किया गया लाखो रूपए गबन
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिट के जिम्मेदार कर्मचारी के द्वारा अपने जान पहचान वा अपने परिवार वालो के नाम पर फर्जी हाजरी भर कर लाखो रुपए की बंदरबांट कर रहे है। अब देखने वाली बात यह है की इनके ऊपर क्या कार्यवाही होता है।

मिली जानकारी के लिए हमारी मीडिया टीम ने तरेगांव जंगल के रेंजर गणेश मरकाम से इस बात की जानकारी चाही तो उन्होंने हमें घुमा-फिरा कर अपना पल्ला साफ़ कर दिया।

 

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