रायपुर(संचार टुडे)। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ महिला मोर्चा ने आज कांग्रेस सरकार में 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले के विरोध में पूरे प्रदेश में संभाग मुख्यालयों में मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय दुर्ग संभाग में, रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने रायपुर ग्रामीण में व बस्तर संभाग में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने मुख्यमंत्री के विरुद्ध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
विधानसभा के पास रायपुर ग्रामीण जिला के प्रदर्शन में शामिल रायपुर संभाग प्रभारी विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि जब तक ईडी की छापेमारी नहीं हुई थी तब तक शराब बिक्री की बड़ी रकम इस रैकेट के पास जा रही थी। जब से ईडी भ्रष्टाचार की जांच कर रही है तब से आबकारी राजस्व में आश्चर्यजनक रूप से आय बढ़ गई। साफ है कि जो पैसा गलत हाथों में जा रहा था, वह ईडी के डर से सरकारी खजाने में जाने लगा। लेकिन 4 साल में भूपेश बघेल सरकार में 2 हजार करोड़ का शराब घोटाला किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शराब घोटाले का मामला विधानसभा में पूरे तथ्यों के साथ उठाया था लेकिन सरकार जब इस घोटालेबाजी की संरक्षक हो तो इस पर रोक कैसे लग सकती थी। सरकार ने आबकारी घोटाले की पारदर्शी जांच कराना तो दूर की बात है, घोटाले को दबाने की पूरी कोशिश की लेकिन ईडी ने मिस्टर 40 परसेंट की पोल खोल दी है।
दुर्ग में राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं से शराब बंदी का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने सत्ता में आने के बाद शराबबंदी से मुकर गई है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी प्रश्न करते हैं कि ईडी के छापे में क्या मिला अब जब ईडी के छापे में 2000 करोड रुपए निकलता है तो मुख्यमंत्री जी को बताना चाहिए कि यह पैसा क्या उनके यहां पहुंचा? अब यह एकदम साफ हो गया है कि दो हजार करोड़ की राशि के लिए मुख्यमंत्री जी शराबबंदी की घोषणा नहीं करते हैं।
बस्तर में महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि शराब घोटाले का खुलासा हो चुका है और इससे कांग्रेस सरकार की असलियत सामने आ गई है। बजट अनुमान के आंकड़े पहले से ही जाहिर कर रहे थे कि शराब में सुनियोजित खेल चल रहा है। शराब पीने वालों की संख्या में इजाफा हो गया और खपत कम क्यों हो गई, यह रहस्य खुल गया है सरकारी दुकानों पर नंबर दो की शराब बेची गई। डिस्टलरियों से सीधे दुकान शराब पहुंची और उसकी बिक्री की रकम सरकारी खजाने की बजाय सत्ता संरक्षण में चल रहे रैकेट की तिजोरी में गई।
भाजपा नेताओं ने कहा कि इतना बड़ा घोटाला सत्ता के सिरमौर के समर्थन और संरक्षण के बिना कतई नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फौरन इस्तीफा देना चाहिए। ईडी को इस घोटालेबाजी में मुख्यमंत्री की भूमिका की गहराई से जांच करनी चाहिए। मुख्यमंत्री को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जाना चाहिए।
भाजपा ने कहा कि यह सरकार घोटालों की सरकार है। भूपेश बघेल के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी इसी संदर्भ में एक कलेक्टर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते रहे हैं लेकिन उसे मुख्यमंत्री ने और बड़ा जिला दे दिया।
प्रदर्शन में ग्रामीण जिला अध्यक्ष अभिनेश कश्यप, अंजय शुक्ला, अनिल अग्रवाल, अनिल पांडे, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा सोना वर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी महिला मोर्चा किरण बघेल, सविता चंद्राकर, ममता साहू, चंद्रकांति वर्मा, दुर्ग संभाग में, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, उषा टावरी, चंद्रिका चंद्राकर, माया बेलचंदन, बस्तर में महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष सुधा मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, श्रीमती लक्ष्मी कश्यप, श्रीमती ममता राणा, श्रीमती कुसुम परिहार, श्रीमती माहेश्वरी ठाकुर, श्रीमती उमा गुप्ता, श्रीमती गीता नाग, श्रीमती मीना विश्वकर्मा, श्रीमती शांति नाग, श्रीमती विभा सिंह, श्रीमती मीना साहू, श्रीमती सुधा गुप्ता, बिलासपुर संभाग प्रभारी किरणदेव, योगेंद्र पांडे,रामाश्रय सिंह,वेदप्रकाश पाण्डेय,राजेन्द्र बाजपेयी, अविनाश श्रीवास्तव, संग्राम सिंह राणा, राजपाल कसेर, मनोज पटेल, रोहित खत्री, रोशन झा, सुरेश कश्यप, श्रीश मिश्रा, अनिमेष चौहान सहित महिला मोर्चा के पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद थे।