रायपुर(संचार टुडे)। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पूछा कि नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल बताये छत्तीसगढ़ में किस जगह रोहिंग्या मुसलमान बसे हैं? बीते 9 साल से देश में भाजपा की सरकार है और यदि भाजपा के नेता रोहिंग्या मुसलमान को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं इससे समझ में आता है कि मोदी सरकार के संरक्षण में रोहिंग्या मुसलमान देश के भीतर घुस रहे हैं। दिल्ली में मोदी सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को बसाने के लिए आवास दे रही थी उनके आधार कार्ड बनवा रही थी उनका राशन कार्ड बनवा रही थी और छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता रोहिंग्या मुसलमानों के नाम से ओछी राजनीति कर रहे। 2018 में जारी केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 40 हजार रोहिंग्या गैर कानूनी तौर से रह रहे हैं इनका निवास जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद,हरियाणा उत्तर प्रदेश और दिल्ली में है इसे स्पष्ट समझ में आता है कि मोदी सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षण दे रही।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा को खुली चुनौती देती है वह बताये कि राज्य में कहां पर प्रदेश के बाहर से लोग आकर बसे है? भाजपा द्वारा सोशल मीडिया में यह भी दुष्प्रचारित किया जा रहा कि राज्य में बांग्लादेशी और रोहिंग्या बस रहे है। भाजपा नेता बताये कि प्रदेश के किस स्थान पर रोहिंग्या और बांग्लादेशी तथा पाकिस्तानी नागरिक बसे है। भाजपा के नेता नही बताते है तो झूठ फैलाने के आरोप में उन पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि छत्तीसगढ़ जो कि देश में मध्य में स्थित है यहां पर रोहिंग्या, बांग्लादेशी पाकिस्तानी नागरिक आकर बस रहे है जैसा कि रमन सिंह, धरमलाल कौशिक और अन्य भाजपा नेता दावा कर रहे है वह सच है तो यह मोदी सरकार की नाकामी है तथा देश के रक्षा मंत्री तथा गृह मंत्री देश की सुरक्षा संभालने में नाकाम साबित हो रहे है। यह देश की सुरक्षा व्यवस्था भारत सरकार के सूचना तंत्र पर भी सवालिया निशान है अतः इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिये। यदि भाजपा के नेता शरारत पूर्ण रंग से स्तरहीन राजनीति करने के उद्देश्य से बयान बाजी कर रहे है तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाये।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश के गृहमंत्री अमित शाह से मांग किया है कि भाजपा नेताओं के बयानों की ताकीद भारत सरकार को करना चाहिये तथा इसकी उच्चस्तरीय जांच भी कराई जानी चाहिये। यदि भाजपा नेता झूठ बोल रहे है तो प्रदेश में विद्वेष फैलाने के लिये उनके खिलाफ IPC की धारा 153A, 295, 295A, के तहत कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिये।