दुर्ग(संचार टुडे)। पद्मनाभपुर थाने के पदस्थ प्रधान आरक्षक हरीश चौधरी को एसपी जितेंद्र शुक्ला ने सस्पेंड कर दिया है। इसका कारण था कि हेड कांस्टेबल ने आईपीएल सट्टा खिलाने के आरोप में पकड़े गए 3 आरोपियों के केस को कमजोर करने के लिए उनसे 2.50 से 3 लाख रुपए की डिमांड की थी। इस मामले में उजागर होने पर एसपी ने तत्काल कार्रवाई की।
इस संबंध में, शनिवार रात पद्मनाभपुर क्षेत्र से एंटी साइबर एवं क्राइम यूनिट (एसीसीयू) ने 2 आरोपी मृत्युंजय चंद्राकर और चिरंजीवी भाटी को आईपीएल मैच पर सट्टा खिलवाते हुए रंगे हाथ पकड़ा। उनकी निशानदेही पर आरोपी मनीष लेगवानी रायपुर स्थित फॉर्म हाउस में रेड डालकर से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अग्रिम कार्रवाई के लिए एसीसीयू टीम ने तीनों आरोपियों को पद्मनाभपुर थाना पुलिस के हवाले कर दिया। थाने में मामले की जांच की जिम्मेदारी प्रधान आरक्षक हरीश चौधरी को सौंपी गई थी, लेकिन उन्होंने आरोपियों को बचाने के लिए 3 लाख रुपए तक की डिमांड की थी।
हेड कांस्टेबल ने आरोपियों को प्रलोभन दिया कि यदि वे उसे पैसे देंगे तो उसका केस कमजोर कर देगा और उन्हें कोर्ट से राहत मिल जाएगी। इस मामले में आरोपियों की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों से हेड कांस्टेबल की शिकायत की गई।
इस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने तत्काल प्रभाव से प्रधान आरक्षक हरीश चौधरी को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया।