डौंडी(संचार टुडे)। हरेली त्यौहार के एक दिन पूर्व ग्रामीणों के घरों के बाहर खून के छींटे और दाग मिलने से ग्राम घोटिया में हड़कंप मचा हुआ है, जादू टोना की आशंका से पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया है।
मिली जानकारी अनुसार 16 जुलाई रविवार को सुबह घोटिया के ग्रामीणों ने उठकर घर के दरवाजों को खोला तो कुछ ग्रामीणों के घर के सामने और गली की सड़क में खून के धब्बे और दाग दिखाई दिए, जिसके बाद एक के बाद एक लगभग दर्जन भर घरों के सामने ऐसी स्थिति दिखाई दी। जिसकी जानकारी जैसे जैसे गांववालों को होती गई, वैसे वैसे भीड़ उमड़ती गई। लगभग 7 बजे ग्राम घोटिया के ग्रामीणों ने एक प्रतिनिधि को इस बात की जानकारी देते हुए वीडियो और फोटो भेजी, जिसके बाद हमारे प्रतिनिधि ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल डौंडी थाना प्रभारी और एसडीएम मनोज मरकाम को इस घटना के संबंध में सूचित किया। जिसके बाद घटना स्थल पर डौंडी थाना प्रभारी दल बल सहित पहुंचकर स्थल का मुआयना किये और खून के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए एकत्र किए। पंचायत भवन वाली गली में कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है जिनकी रिकार्डिंग को जब चेक किया गया तो पता चला कि उक्त घटना जब घटित हुई तब मौसम के चलते लाइट बंद थी। घोटिया के पंचायत कार्यालय, गांव के पटेल चेतन साहू और उनके बेटे युगल, हेमंत और राजेश साहू के घर के सामने, वार्ड पंच जयंत्री साहू, नरेंद्र साहू, वीरेंद्र साहू, यानक साहू, पतिराम साहू, भेवन साहू, नरसिंह साहू, अश्वनी साहू और ग्रामीण बैंक परिसर जो कि भोज साहू की संपत्ति है तथा हलालखोर नुरुटी के यहां घर के दरवाजे पर खून के धब्बे पाए गए है।
लाइट बंद होने के कारण कुछ जगहों पर लगे सीसीटीवी में नहीं हुई घटना की रिकार्डिंग…
उल्लेखनीय है कि हरेली के त्यौहार के एक दिन पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में रात को घर से बाहर जाने के लिए मनाही रहती है, क्योंकि ग्रामीणों के अनुसार श्रावण माह की अमावस्या को तंत्र मंत्र की सिद्धि करने वाले लोग सक्रिय होते है, तरह तरह की सिद्धियां प्राप्त करने के लिए तांत्रिक लोग श्रावण माह की अमावस्या का इंतजार करते है और रात को तंत्र मंत्र की साधना भी करते है, इसीलिए रात को बाहर निकलने के नाम से ग्रामीण लोग डरते है और ग्राम घोटिया में हरेली से मात्र एक दिन पहले इस प्रकार की घटना घटने के कारण गांव सहित आसपास के इलाके में भी सनसनी सी फ़ैल गई है वहीं ग्रामीण इस घटना को जादू टोना, टोटका जैसे अंधविश्वासी कामों से जोड़ कर देख रहे है।
ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से गांव के दो समुदायों के बीच आपसी खींचतान चल रही है, जो कि नदी से रेत निकालने के नाम से शुरू हुई थी और आज इस घटना की तारों को भी उसी विवाद से साथ जोड़कर देखा जा रहा है। गांव के एक पक्ष का कहना है कि इस विवाद के निराकरण हेतु सरपंच और कुछ जनप्रतिनिधियों से निवेदन किया गया था, जिसके बाद सरपंच द्वारा पहल करते हुए रविवार को ग्राम प्रमुख, दोनों पक्ष के वरिष्ठजनों, पंचायत बॉडी सहित ग्राम समिति के पदाधिकारियों की आवश्यक बैठक 11 बजे पंचायत भवन में रखी गई थी, किंतु उससे पहले ये घटना घट गई जिसके बाद एक पक्ष ने बैठक किसी प्रशासन के अधिकारिक समक्ष होगी तभी आयेंगे की जानकारी सरपंच को देकर बैठक का बहिष्कार कर दिया वहीं दूसरा पक्ष पंचायत भवन में 1 बजे तक बैठा रहा। जिसके बाद सरपंच ने सभी को आश्वासन दिया कि अगले एक हफ्ते में दोनो पक्षों की बैठक कर इस मामले का निपटारा किया जाएगा।
क्या कहते है ग्रामीण और पुलिस
कैलाश चंद्र मरई, थाना प्रभारी डौंडी ने कहा- प्रथम दृष्टया किसी कुत्ते अथवा अन्य जानवर के द्वारा किया जाना प्रतीत होता है, खून पर मिले पंजे के निशानों को देखने के बाद ऐसा लग रहा है। खून किसी इंसान का है या जानवर का है ये जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
ममता मंडावी, सरपंच ग्राम घोटिया ने कहा- सुबह इस प्रकार की घटना की जानकारी मोबाइल के माध्यम से प्राप्त हुई, जिसके बाद घटना स्थल जाकर देखा गया, प्रथम दृष्टया देखने से किसी के द्वारा टोना टोटका किया गया है ऐसा प्रतीत होता है।
सालिक राम गौर उप सरपंच ग्राम घोटिया ने कहा – गांव में हुई घटना की जानकारी के बाद सरपंच के साथ घटनास्थल पर गया था, गांव के विवाद को सुलझाने हेतु बैठक रखी गई थी, लेकिन एक पक्ष ने आने से मना कर दिया, जिसके कारण कोई चर्चा नहीं हो पाई।
चेतन साहू ग्राम पटेल ने कहा – पिछले साल हुई घटना में प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष लिखित में समझौता हुआ था, जिसका पालन नहीं किए जाने और रेती की अवैध वसूली करने के नाम से ये विवाद पिछले कुछ दिनों से चल रहा है, और आज ये घटना घट गई इसलिए सभी लोग इस घटना को भी पुराने और अभी अवैध रेत खनन मामले को लेकर हुए विवाद से जोड़ कर देख रहे है।
भोजकुमार साहू (सामाजिक कार्यकर्ता घोटियाहम)- प्रशासन से मांग करते है कि जल्द से जल्द इस घटना की फोरेंसिक जांच करवाकर पता लगाया जाए कि ये खून कौन से जानवर का है, हमे शक है कि ये सब किसी के द्वारा जादू टोना जैसे कामों को करने के लिए किया गया है ऐसा प्रतीत होता है।
वार्ड पंच जयंत्री साहू ने कहा- सुबह घर का दरवाजा खोला तो दरवाजे पर खून के दाग दिखाई दिए, ये खून कैसे आया नही पता, देखने से ऐसा कहीं से नही लगता है कि ये काम किसी कुत्ते या जानवर का है, ये काम किसी इंसान ने ही किया है ।