तेंदूपत्ता संग्राहकों के साथ एक और छलावा भूपेश सरकार का आदिवासी विरोधी चेहरा उजागर: भाजपा

रायपुर | तेंदूपत्ता संग्राहकों को 423 करोड़ रुपए के प्रोत्साहन राशि जारी करने के कांग्रेस की घोषणा पर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष, विकास मरकाम ने हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने विगत 5 वर्षों तक तेंदूपत्ता संग्राहक को केवल ठगने का काम किया है। अब चुनाव नजदीक देखकर तेंदूपत्ता संग्राहक हो की सुध लेने की ढोंग कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के आक्रामक तेवर और तेंदूपत्ता जन चौपाल जैसे आंदोलन के बाद 2021 और 2022 के बोनस राशि जारी करने पर कांग्रेस मजबूर हुई लेकिन वर्ष 2020, 2019 और 2018 के प्रोत्साहन राशि न जारी करने पर उन्होंने एक बार पुनः आदिवासियों को छलने वाला कदम बताया।

विकास मरकाम ने कहा भाजपा सरकार 749 करोड़ प्रोत्साहन के रूप बांटती थी लेकिन भूपेश बघेल केवल 163 करोड़ और 260 करोड़ बांटने की घोषणा कर रही है। यह प्रदेश के संग्राहक परिवारों के साथ मजाक है। विकास मरकाम ने कहा कि पाटन में जहां तेंदूपत्ता की खरीदी नही होती वहां के हर्बल प्लांट में तेंदूपत्ता के लाभांश राशि को क्यों लगाया गया? तेंदूपत्ता संग्राहकों को अन्य सुविधाएं जैसे साड़ी, चरण पादुका, बच्चों को छात्रवृत्ति, 10 और 12 वीं के 75% से अधिक अंक लाने वाले प्रतिभावान बच्चों को 10 हजार और 15 हजार रूपये का प्रोत्साहन राशि कब दिया जायेगा। कांग्रेस सरकार आने के बाद से ये सब बंद है। उन्हे कब दिया जाएगा।

विकास मरकाम ने कहा भाजपा सरकार प्रतिवर्ष लगभग 17 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी करती थी जबकि भूपेश सरकार ने मात्र 12 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदने का लक्ष्य रखा है जिसे भी पूरा नहीं किया गया। इससे आदिवासी संग्राहक परिवार को सीधे-सीधे 200 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान होगा। हरा सोना पर काली नियत भूपेश सरकार की आदिवासी नीति का प्रमाण है। पांच वर्षों तक ठगने के बाद अत्यल्प राशि तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए जारी करना तेंदूपत्ता संग्राहकों और आदिवासी परिवारों के साथ एक और छलावा है। भाजपा अजजा मोर्चा तेंदूपत्ता संग्राहकों को बकाया बोनस दिलाने के लिए कृत संकल्पित है और इसके लिए पूरे प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्राहकों का हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा।

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