बीजापुर। जिले में तैनात जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त आनंदजी सिंह पर एक महिला ने सात वर्षों तक शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। महिला ने आरोप लगाया है कि आनंदजी सिंह ने शादी का झांसा देकर वर्ष 2018 से 2025 तक लगातार उसका यौन शोषण किया और इस दौरान जब-जब वह गर्भवती हुई, तबरदस्ती तीन बार गर्भपात भी कराया गया।
पीड़िता दंतेवाड़ा जिले के गीदम थाना क्षेत्र की रहने वाली है। वह विवाहित है लेकिन अपने पति से अलग रह रही है और तलाक की प्रक्रिया न्यायालय में लंबित है। पीड़िता ने 26 मई 2025 को गीदम थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, पीड़िता और आनंदजी सिंह की मुलाकात उस समय हुई थी जब सिंह की पोस्टिंग दंतेवाड़ा में थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी और फिर वह प्रेम संबंध में बदल गई। महिला का आरोप है कि सिंह पहले से विवाहित हैं, बावजूद इसके उन्होंने शादी का वादा करके लगातार शारीरिक संबंध बनाए। लेकिन जब महिला ने शादी की बात की, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी
गीदम थाना प्रभारी विजय पटेल ने बताया कि महिला की शिकायत पर सहायक आयुक्त आनंदजी सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64(1) और 351(2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ कर दी गई है।
वहीं, दंतेवाड़ा जिले के एएसपी आरके बर्मन ने बताया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व में भी हुई थी भ्रष्टाचार की जांच
गौरतलब है कि मार्च 2025 में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की टीम ने आनंदजी सिंह के जगदलपुर स्थित आवास पर छापा मारा था। इस दौरान उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर भी तलाशी ली गई थी। रायपुर से पहुंची 13 अधिकारियों की विशेष टीम ने यह कार्रवाई की थी।