Avinash Elegance Incident: रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र अंतर्गत निर्माणाधीन अविनाश एलिगेंस में हुए हादसे की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पाया गया है कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपकरणों की भारी कमी थी। हादसे के समय अधिकांश मजदूरों ने न तो हेलमेट पहना हुआ था और न ही सुरक्षा बेल्ट का उपयोग किया था। सुरक्षा जाल की अनुपस्थिति भी इस गंभीर दुर्घटना का एक प्रमुख कारण बना।
संचार टुडे डॉट कॉम से बात करते हुए तेलीबांधा थाना प्रभारी ने बताया है कि पुलिस मृत मजदूरों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। इसके बाद पुलिस अविनाश एलिगेंस के बिल्डर के खिलाफ अपराध दर्ज कर आगे की कार्यवाही करेगी।
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ऐसे हुआ था हादसा
Avinash Elegance Incident: गौरतलब है कि बीते शनिवार को तकरीबन दो दर्जन मजदूर अविनाश एलिगेंस के 7वें माले पर स्लैब की ढलाई करने में लगे थे। उनके सिर पर सुरक्षा कैप व बेल्ट भी नहीं थे। वहीं सुरक्षा के लिए नियमानुसार जाली भी नहीं लगाई गई थी। स्लैब में लगी पुरानी प्लाई सीमेंट व गिट्टी के घोल का वजन नहीं झेल पाई और वह टूट गई। इसके बाद मलबा नीचे गिरा। लोहे के पाइप वाली चैली में खड़े मजदूर भी नीचे गिरे और मलबे में दब गए। मलबे में दबे मजदूरों को रेस्क्यू कर बहार निकाला गया और उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। यहां इलाज के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गई।
मलबे में ये मजदूर थे फंसे
Avinash Elegance Incident: पुलिस के मुताबिक तेजराम साहू, कुलेश्वर, विश्वजीत नेताम, हितेश कुमार, कोमल निर्मलकर की हालत स्थिर है। निजी अस्पताल में उनका इलाज जारी है। इसके अलावा रहमत बेग खान बलौदाबाजार निवासी और रामदास पंडो की इस हादसे में जान चली गई है। निर्माण कंपनी ने मृतकों के परिवारों के लिए 12-12 लाख रुपये का मुआवजा घोषित किया है और घायलों के उचित इलाज का खर्च उठाने का आश्वासन भी दिया है।
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अविनाश एलिगेंस में यह पहला हादसा नहीं
यह पहली बार नहीं है, जब इस अविनाश एलिगेंस में हादसा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को हुए हादसे में कौशिल्या साहू नामक युवती की छठवें माले से गिरने से मौत हो गई थी। इसके बावजूद निर्माण कंपनी बिल्डिंग में काम कर रहे मजदूरों के सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ करती रही। इसका नतीजा यह निकला कि दो मजदूरों ने फिर अपनी जान गंवा दी।