बिरनपुर हिंसा में मारे गये भुनेश्वर का दशगात्र, छावनी में तब्दील हुआ गांव

बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल को दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में मारे गए 23 वर्षीय भुनेश्वर साहू का आज दशगात्र है। बिरनपुर नदी के किनारे दशगात्र का कार्यक्रम है। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। हालात न बिगड़े, इसके लिए पूरे गांव को सील कर दिया गया है। मौके पर 1200 जवान तैनात हैं।
साजा ब्लॉक और बेमेतरा जिला मुख्यालय में धारा 144 लगाया गया है। बिरनपुर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। बाहरी व्यक्तियों को गांव में प्रवेश नहीं मिलेगा। केवल मृतक के परिजनों को ही जाने की अनुमति मिलेगी। इसके अलावा गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। भारी संख्या में पुलिस जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है। आने-जाने वाले लोगों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है।मृत युवक का दशगात्र पुलिस सुरक्षा के साए में संपन्न होगा। भुनेश्वर साहू की हत्या के बाद से गांव में तनाव है। मौके पर एसपी आई कल्याण एलिसेला, कलेक्टर पीएस एल्मा, दुर्ग रेंज के IG आनंद छाबड़ा, खैरागढ़ एसपी अंकिता शर्मा मौजूद हैं।
गुरुवार को अधिकारी पीड़ित परिवार से मिले और दशगात्र की तैयारी को लेकर उनसे चर्चा की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई समस्या आती है, तो वह तत्काल जिला प्रशासन के सामने अपनी बातों को रखें। कलेक्टर ने यह भी कहा कि शांति-व्यवस्था बनाने के लिए यहां पर पुलिस चौकी की व्यवस्था की जाएगी और दोनों समुदाय से लगातार वे अनुरोध कर रहे हैं कि शांति बनाए रखें। इसके अलावा CM भूपेश बघेल ने भी हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया था, साथ ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की गई है।

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