रायपुर(संचार टुडे)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ के ग्राम रोगदा में शराब पीने से 3 युवकों की मौत के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि प्रदेश में अवैध शराब गांव गांव में मौत का पैगाम लेकर जा रही है। गरीब परिवार उजड़ रहे हैं। भूपेश बघेल सरकार अवैध शराब सेवन से असमय मृत्यु के शिकार हुए तीनों युवाओं के परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा दे और तत्काल शराबबंदी लागू करे।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने शराब सेवन से तीन युवाओं की मौत को दुखद और बड़ी घटना बताते हुए दुखी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शराबबंदी की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। अवैध नकली शराब का विक्रय हो रहा है। दो हजार करोड़ का शराब घोटाला पकड़ा गया है। सरकार इसकी जिम्मेदार है। किसी जांच की जरूरत नहीं है। प्रमाण सामने है। खुद मुख्यमंत्री कबूल कर रहे हैं कि वे शराब बंदी की हिम्मत नहीं कर सके। यह हिम्मत इसलिए नहीं हो रही कि छत्तीसगढ़ की जनता को लूटकर, उसकी जान से खिलवाड़ कर अवैध कमाई करना इनका मकसद है। तीन युवकों की मौत बहुत गंभीर मामला है। सीधी कार्रवाई की जाए। हम विधानसभा में लगातार यह विषय गंभीरता से उठाते रहे हैं कि प्रदेश में घटिया और अवैध शराब बिक रही है। जब सरकारी दुकानों से अवैध शराब बिक रही है तो इसके लिए तथा इससे होने वाली मौतों के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। यह सरकार अवैध शराब परोसकर गरीब परिवार के चिराग बुझा रही है और इन परिवारों को उजाड़ रही है। सरकार ने हमारे तथ्यों की जानबूझकर अनदेखी की। जिसका दुष्परिणाम आज सामने है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि अवैध कमाई की खातिर कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को जहरीली अवैध शराब पिला रही है। इसलिए यह सरकार ही इन मौतों के लिए दोषी है। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में कोई घटना होती है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने आकाओं को खुश करने 50-50 लाख का मुआवजा बांट आते हैं। अब छत्तीसगढ़ की तीन संतानों की जान भूपेश बघेल की शराब ने ली है। तीन गरीब परिवारों को बेसहारा किया है। वे फौरन इन परिवारों को 50-50 लाख की मुआवजा राशि दें। इसके साथ ही सारी बहानेबाजी छोड़कर शराब बंदी लागू करने का वादा तत्काल पूरा करें।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि भूपेश बघेल कहते हैं कि लॉक डाउन में सैनिटाइजर पीने से लोगों की मौत हुई! ऐसा हुआ है तो उसके जिम्मेदार भी भूपेश ही हैं। उन्होंने कोरोना काल में शराब बनाने वालों को सैनिटाइजर बनाने का लाइसेंस दिया। जहरीली शराब तो आज भी बिक रही है। जिसे पीकर लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो ढाई वर्षो में दुर्घटना में 10 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और उसमें भी शराब एक बड़ा कारण है। इन मौतों और इनके कारण छत्तीसगढ़ की बहनो की सुनी मांग के जिम्मेदार भूपेश सरकार है।