रायपुर(संचार टुडे)। अशोका बिरयानी में दो दिन पहले हुई दो कर्मचारियों की मौत के बाद जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। अशोका बिरयानी सेंटर की सभी ब्रांच को सील कर दिया है। इसके साथ ही गृह मंत्री विजय शर्मा की मौजूदगी में होटल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने के साथ 15-15 हजार प्रतिमाह देने पर सहमति जताई है।
बता दें कि दो कर्मचारी, डेविड साहू और नीलकुमार पटेल की मौत के बाद से ही उनके परिजन लाभांडी स्थित अशोका बिरयानी के सामने धरने पर बैठे थे। परिजनों की माँग थी कि उन्हें उचित न्याय मिले। शाम ढलते तक भी जब प्रबंधन की ओर से कोई बातचीत करने नहीं पहुँचा, जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम के पश्चात युवकों के शव के साथ प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान साहू समाज और छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के सदस्य भी मौजूद रहे। जिसके बाद रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू भी परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। विधायक मोतीलाल साहू ने पुलिस को चेतावनी दी कि जब तक प्रबंधक को गिरफ़्तार नहीं किया जाता, पीड़ितों को मुआवज़ा नहीं मिल जाता, तब तक धरना स्थल पर बैठे रहेंगे।
इसके बाद देर रात गृहमंत्री विजय शर्मा अशोका बिरयानी पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाक़ात की। आखिरकार होटल प्रबंधन को सामने आना पड़ा। होटल प्रबंधन ने दोनों ही परिवारों को 15-15 लाख रुपए का मुआवज़ा देने के साथ ही 15-15 हज़ार रुपए प्रतिमाह उम्रभर देने की बात पर सहमति जताई। इसके बाद परिजन युवकों के शव को लेकर रवाना हुए।