रायपुर। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि नशा मुक्ति अभियान को लेकर भाजपा के नेता विचलित है जब-जब भूपेश बघेल की सरकार ने छत्तीसगढ़ को नशा से मुक्त के लिए सकारात्मक पहल किए हैं विपक्ष में बैठे भाजपा के नेताओं के मुंह जब भी खुली नकारात्मक ही बात कहें हैं। भाजपाई कभी नहीं चाहते कि छत्तीसगढ़ नशे से मुक्त हो।पूर्ववर्ती भाजपा सरकार डॉक्टर रमन सिंह की नाक के नीचे हुक्का बार और नशे का कारोबार धड़ल्ले से चलता था। भूपेश बघेल के सरकार में हुक्का बार पर कार्यवाही करते हुए हुक्का बार को बंद कर दिया गया। भाजपा के नेता कमीशन कमाने के चक्कर में शराब के सरकारी करण किया और स्वयं सरकार शराब बेच करके 4400 करोड़ शराब घोटाला किया गया। बेटियों और बच्चियों को होटल में शराब परोसने का ट्रेनिंग भाजपा के सरकार में दिया जाता था। 15 साल तक छत्तीसगढ़ को नशे के गर्त में धकेलने का काम किया गया। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कभी भी यह विचार सामने नहीं आया कि शराबबंदी या नशा मुक्ति के लिए काम करेंगे। गुजरात ड्रग्स का सेंटर बन गया है और सारे ड्रग्स मुंद्रा पोर्ट से निकल रहे हैं लेकिन भाजपा के सरकार कोई कार्यवाही नहीं करती। हर दो-तीन महीने में मुंद्रा पोर्ट में ड्रग्स मिलते हैं जो भारत के युवाओं के भविष्य को नष्ट कर रहे हैं। भाजपा के नेताओं के कमीशन खोरी के चक्कर में आज पूरा देश बर्बाद हो रहा है। जिस जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां पर नशा को लेकर के आंदोलन किया जाता है लेकिन जिस जिस राज्य में भारतीय जनता पार्टी का सरकार है जहां धड़ल्ले से नशा का कारोबार चल रहा है वहां पर भाजपा नेताओं के मुंह में दही जम जाती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की सकारात्मक सोच का परिणाम है कि छत्तीसगढ़ को नशा से मुक्त करने के लिए विभिन्न प्रकार के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं राज्य सरकार ने पहले भी ऐसे कई संस्थाएं खोल रखी है जो नशा मुक्ति के लिए लगातार अभियान चला रही है लेकिन अब यह अभियान व्यापक स्तर पर होगा जिसमें एन.जी.ओ सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक संस्थाओं से सहयोग मिलेगा. नशा एक सामाजिक बुराई है और जब सभी एक साथ इस नशे के खिलाफ लड़ेंगे तो जरुर सफलता मिलेगी।