Chhattisgarh Political News : भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी के एकात्म परिसर में आज रायपुर नगर निगम चुनाव के लिए अपना आरोप पत्र जारी किया। भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस द्वारा पूर्व में चलाए गए निगम प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप पत्र में कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए 15 बिंदुओं की सूची दी गई, जिसमें निगम की परियोजनाओं में घोटाले, अव्यवस्थाएं और जनता के साथ धोखाधड़ी का आरोप है। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के आरोप पत्र को चुनावी प्रोपेगेंडा करार देते हुए इसका जोरदार विरोध किया है।
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भ्रष्टाचार और लूट के आरोप
Chhattisgarh Political News : भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने आरोप पत्र जारी करते हुए कहा कि कांग्रेस के 15 साल के शासनकाल में रायपुर नगर निगम भ्रष्टाचार और लूट का अड्डा बन गया। श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना महामारी के समय भी कांग्रेस ने भ्रष्टाचार से बाज नहीं आया और जनता को नुकसान पहुँचाया। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कांग्रेस के नेता आज जेल में हैं, जबकि कुछ बेल पर बाहर हैं, लेकिन कांग्रेस का डीएनए ही भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है।
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15 बिंदुओं में लगाए गए आरोप
भाजपा ने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप पत्र में कुल 15 बिंदुओं का उल्लेख किया गया, जिनमें प्रमुख आरोप इस प्रकार हैं:
- भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड: कांग्रेस के 15 साल के शासनकाल में रायपुर नगर निगम में भ्रष्टाचार और लूट के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए गए।
- कोरोना महामारी में घोटाला: कांग्रेस ने कोरोना महामारी के दौरान 80 लाख रुपये का किराया अस्थाई कोविड केयर के सामानों के लिए भुगतान किया, जबकि इसे खरीदा जाता तो यह राशि बहुत कम होती।
- तालाबों के सौंदर्यकरण में भ्रष्टाचार: बूढ़ा तालाब का ₹5 करोड़ का म्यूजिकल फाउंटेन केवल 100 दिन ही चला। इस पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ, साथ ही तालाबों के सौंदर्यकरण में भी लूट मचाई गई।
- सौंदर्यकरण बिना टेंडर के: तेलीबांधा से वीआईपी रोड तक के सौंदर्यकरण को बिना टेंडर के पूरा किया गया। इस काम को “वॉल ऑफ करप्शन” का नाम दिया गया।
- यूनिपोल घोटाला: होर्डिंग्स के मामले में 27 करोड़ रुपये का यूनिपोल घोटाला सामने आया।
- नरैया तालाब सौंदर्यकरण में फर्जीवाड़ा: नरैया तालाब के सौंदर्यकरण में 27 लाख रुपये का फर्जी वेतन और 40 लाख रुपये का टेंडर घोटाला किया गया।
- इलेक्ट्रॉनिक बसों की खरीदारी में घोटाला: वित्त आयोग से 22 करोड़ रुपये इलेक्ट्रॉनिक बसों की खरीदारी के लिए आवंटित किए गए, लेकिन राजधानी में एक भी बस नहीं चली।
- ठेके और भ्रष्टाचार: दो साल से बंद पड़ी कंपनियों को बिना जांच और एनओसी के ठेके दिए गए, जिसके जरिए जमकर भ्रष्टाचार हुआ।
- पार्किंग और ट्रैफिक की अव्यवस्था: शहर के कई क्षेत्रों में पार्किंग और ट्रैफिक की व्यवस्था पूरी तरह से अव्यवस्थित रही।
- स्वच्छता और सफाई में लापरवाही: नालियों के जाम होने और सफाई की कमी के कारण मलेरिया, पीलिया जैसी बीमारियां फैलती रहीं।
- महिलाओं के लिए टॉयलेट की कमी: व्यावसायिक क्षेत्रों में महिलाओं को टॉयलेट की गंभीर कमी का सामना करना पड़ा।
- कर की अधिक वसूली: कांग्रेस ने मूल कर में ब्याज और पेनल्टी जोड़कर जनता से अधिक कर वसूला।
- संप्रदायिक हिंसा और अपराधों की बढ़ोतरी: कांग्रेस ने संप्रदाय विशेष को संरक्षण दिया, जिससे शहर में अपराधों में वृद्धि हुई।
- महापौर के रिश्तेदारों का आतंक: महापौर के रिश्तेदारों ने आम निवासियों और पुलिसकर्मियों तक पर दबाव बनाए रखा।
- मतांतरण और तिरंगा जलाने की घटनाएं: मतांतरण और तिरंगा जलाने की घटनाओं को निगम और प्रदेश कांग्रेस सरकार से संरक्षण मिला। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद थे कि वे खुलेआम तिरंगा जलाने और संविधान को फाड़ने की बातें करते थे।
कोरोना महामारी में भ्रष्टाचार का आरोप
संजय श्रीवास्तव ने कहा कि जब सभी लोग कोरोना महामारी के दौरान सेवा कार्य में लगे हुए थे, तब कांग्रेस ने 80 लाख रुपये के घोटाले को अंजाम दिया। उनका आरोप था कि उस समय का फायदा उठाकर अनियमितताएं की गईं।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर पर निशाना
भाजपा ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भतीजे के मामले से लेकर मतांतरण और तिरंगा जलाने की घटनाओं में कांग्रेस ने हर स्तर पर जनता को निराश किया है।
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कांग्रेस का पलटवार
Chhattisgarh Political News : भाजपा के आरोप पत्र पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप पत्र को चुनावी प्रोपेगेंडा करार देते हुए कहा कि भाजपा पिछले एक साल से राज्य में सत्ता में है, और अब विपक्ष के खिलाफ आरोप पत्र लाना हास्यास्पद है। शुक्ला ने यह भी कहा कि अगर भाजपा को गड़बड़ी का कोई संकेत मिलता था तो उन्होंने महापौर, नगर पालिका या नगर पंचायत के खिलाफ कोई शिकायत क्यों नहीं की और जांच क्यों नहीं की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा का आरोप पत्र पूरी तरह से एक प्रोपेगेंडा है और 11 फरवरी के मतदान में जनता भाजपा के खिलाफ वोट करेगी। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा का यह आरोप पत्र सिर्फ एक चुनावी चाल है, जिसका उद्देश्य जनता का ध्यान भटकाना है।