रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार का कैबिनेट विस्तार एक बार फिर से टल गया है. कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार में मंत्री रहे अमर जीत भगत ने साय कैबिनेट के विस्तार को ‘बीरबल की खिचड़ी’ बताया था और मंत्री बनने वाले विधायकों को इसके इन्तजार में दुबला होने की भी बात कही थी.
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10 अप्रैल यानी कि आज नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होना था. लेकिन एक दिन पूर्व संगठन मंत्री शिव प्रकाश सिंह और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन की मौजूदगी में दिन भर चली मैराथन बैठक में एक विधायक के मंत्री बनाए जाने पर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी सहमति नहीं दी और कैबिनेट विस्तार का मामला फिर ठंडे बस्ते में चले गया. कहा जा रहा है कि अब 15 अप्रैल के बाद कैबिनेट का विस्तार हो सकता है.
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किसके नाम पर नहीं बन पा रही सहमति
रायपुर के एक विधायक को मंत्री मंडल में शामिल करने की चर्चा है. लेकिन वरिष्ठ विधायकों के सामने एक बार के विधायक को मंत्री बनाने को लेकर पार्टी के सभी सीनियर विधायक असहमत है. बताया जा रहा है कि एक विधायक को मंत्री बनाने के लिए बाहर से भी साय सरकार पर प्रेशर है. लिहाजा संगठन कुछ दिन मंत्री मंडल का विस्तार को टालना ही उचित समझ रही है.
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छोटा मन लिए विधायक जी हुए दिल्ली रवाना
जिस विधायक के नाम पर वरिष्ठ नेताओं की सहमति नहीं बन पर रही है. वे आज छोटा मन लिए फिर दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. 8 अप्रैल को जैक जुगाड़ लगाकर वे रायपुर लौटे थे. लेकिन 9 अप्रैल को रायपुर में हुई मीटिंग में जैक जुगाड़ वाली दाल गली नहीं.