दुर्ग(संचार टुडे)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में मंगलवार को सुबह बेहद ही शर्मनाक घटना हुई है। दुर्ग के रेलवे स्टेशन में प्लेटफॉर्म नं 1, मुख्य टिकट निरीक्षक ऑफिस में वर्षो से लगे संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर जी के छायाचित्र को मुख्य टिकट निरीक्षक (महिला) वीपी नायडू द्वारा दुर्भावना पूर्वक दीवार से निकालकर फेंक दिया गया।
बाबा साहब के अपमान की तेजी से फ़ैल गई वही ख़बर पाते ही उनके अनुयायी रेलवे स्टेशन पहुंचे। जिन्हें देखकर मैडम वहां से चलीं गईं। बाबासाहेब का अपमान करने वाले वीपी नायडू को तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने व दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग सर्व समाज के लोगों ने की है।
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इस घटना की जानकारी जैसे ही आंबेडकर अनुयायियों व समाज के लोगों को मिली वे रेलवे स्टेशन पर एकत्र होने लगे। कुछ ही समय में पूरा रेलवे स्टेशन आंबेडकर अनुयायियों से खचाखच भर गया। इसकी जानकारी मिलते ही GRP थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। इसके कुछ देर बाद मोहन नगर थाना प्रभारी मैडम भी आईं और आंबेडकर अनुयायियों व समाज से लिखित में शिकायत लेते हुए 2 दिन का समय मांगा गया। इस पर समाज व आंबेडकर अनुयायियों द्वारा मांग किया गया कि विश्वरत्न डॉ. आंबेडकर का अपमान करने वाले वीपी नायडू को तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाए एवं दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
बता दें कि संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर का दो दिन पूर्व ही 133 वीं जयंती दुनिया भर में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई है। जिसके फोटो, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वहीं मुख्य टिकट निरीक्षक वीपी नायडू के द्वारा किया गया यह कृत्य जातिवादी मानसिकता का खुला परिचायक है। जिसका आंबेडकर अनुयायियों सहित सर्व समाज के लोगों में खासा आक्रोश है। समाज द्वारा पुलिस विभाग को चेतावनी दी गई कि दो दिन के अंदर वीपी नायडू पर कार्यवाही नहीं करते तो समाज रेल रोको आंदोलन करेगा।