EXCLUSIVE: 189 राशन कार्डधारियों को नही मिला जुलाई माह का चावल, जांच से पहले चार स्थलों के सेल्समेन हटा दिए गए

बालोद (संचार टुडे)। नगरपंचायत डौंडी के भण्डारीपारा वार्ड में संचालित शासकीय राशन दुकान से हितग्राहियों को जुलाई माह का राशन चावल नही मिला है। मामले का खुलासा तब हुआ जब अगस्त माह में इस राशन दुकान का चार्ज दूसरा सेल्समेन को दिया गया। नए सेल्समेन जेबसिंह चुरेन्द्र ने हितग्राहियों से कहा कि वह जुलाई माह के चावल के बारे में नही जानते। उन्हें सिर्फ इसी माह अगस्त का चावल स्टाक मिला है, जिसे वह वितरण करेंगे यह सुनकर हितग्राहियों का पारा चढ़ गया कि उन्हें जुलाई माह का चावल अगस्त माह में मिल जाने की बात कहकर मशीन में अंगूठा लगवाया गया। इससे सोसायटी में कल हंगामा खड़ा हो गया। जिसकी जानकारी मिलने पर सोमवार को फूड इंस्पेक्टर दीपक धनकर,प्रबंधक मनोज नेताम,प्राधिकृत अधिकारी प्रदीप कुमार भालेकर जुलाई माह के राशन वितरण नही होने की जांच करने डौंडी सोसायटी पहुँचे। जांच में पता चला कि यहां सेल्समेन तपन गावड़े है जिनका स्वास्थ दो माह से अस्वस्थ है, उनके जगह उनकी बेटी यहां देखरेख कर रही है जिन्होंने 189 बीपीएल राशन कार्डधारियों के चावल स्टाक को एपीएल हितग्राहियों में बाट दिया गया है जो इनसे चूक हो गई है। इसकी भरपाई के लिए अब रायपुर खाद्य विभाग के पास अतिरिक्त चावल दिए जाने प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। जो एक सप्ताह बाद मिलने की संभावना है उसके बाद जुलाई माह के 189 राशन अप्राप्त हितग्राहियों को वितरण किया जावेगा। इस बीच सेल्समेनों के बीच आरोप प्रत्यारोप भी चल रहा था कि सेल्समेन के बेटी को सेल्समेन कैसे बनाया गया। इस पर फूड इंस्पेक्टर ने जवाब दिया कि तपन का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से तथा अक्सर उनकी बेटी सोसायटी में पहले भी बैठा करती थी। जिन्होंने अपने पापा की तबियत का हवाला देते हुए फूड इंस्पेक्टर को लिखित लेटर दी। लेकिन सेल्समेन जेबसिंह का कहना था कि कोई लेटर वगैरह नही दिया गया है। यदि दिया गया है तो वह प्रमाणित हो क्योंकि ये नियम विरुद्ध है। लेकिन फूड इंस्पेक्टर ने कहा कि लेटर दिया गया है पर उन्होंने दिखाया नही यह उच्चाधिकारियों की जांच का विषय बन सकता है। जांच में यह बात भी सामने आया है कि सेल्समेन तपन के द्वारा दो माह से चावल साल्टेज दो माह से रखा गया है यह ऑनलाइन दिखा रहा था,जिसके बाद सेल्समेन तपन से इसका शपथ पत्र प्रबंधक द्वारा लिखवाकर रखा गया है। जिसमे सेल्समेन ने दो माह में भरपाई कर दिए जाने उल्लेख किया गया है। अब भरपाई नही कर पाने की स्तिथि में उन्हें हटा दिया गया है। इधर नए सेल्समेन का कहना है कि वह संस्था से जुड़े है इसलिए उन्होंने साल्टेज चावल का रकम जमा कर चुके है पर चावल का आबंटन अभी तक नही आया है। मामले में प्रबंधक कह रहे है कि साल्टेज का शपथपत्र ले लिए है , नए सेल्समेन जेबसिंह कह रहे है कि वे साल्टेज का रकम जमा कर दिए है और फूड इंस्पेक्टर कह रहे है वे 189 हितग्राहियों के चावल नही मिलने के लिए अतिरिक्त चावल का प्रस्ताव बनाकर रायपुर भेजेंगे। तो जब चावल साल्टेज का पैसा एक दूसरे सेल्समेन ने जमा कर दिया तो उसी साल्टेज का और प्रस्ताव कैसे भेजा जाएगा। यह तो जांचकर्ता अधिकारी जाने। मगर भण्डारीपारा के सोसायटी से 189 राशनकार्ड धारियों का जुलाई माह के चावल नही मिलने की जानकारी कल रविवार को हुई। अब इस मामले से इतर यह बात भी सामने आ रही है कि भण्डारीपारा डौंडी के सोसायटी सेल्समेन और सुरडोंगर,गुदुम,पुसावड के सेल्समेनों को दो अगस्त से कार्यमुक्त किये जाने आदेश जारी कर दिया गया है। तथा उनसे कार्यमुक्त संबंध में लिखवाकर ले लिया गया है। मामले में यह बात भी सामने आ रहा कि इन चारों सेल्समेनों और सोसायटी के कर्मचारियों को पिछले सात महीने से वेतन नही मिला है। इस संबंध में प्रबंधक ने कहा कि इनका कमीशन आगे से बनकर नही आया है, जब आएगा उन्हें मिल जाएगा। इसे लेकर सेल्समेन और कर्मचारियों में इस बात को लेकर बेहद आक्रोशित है कि उन्हें सात महीने से निर्धारित वेतन नही मिला ऊपर से उन्हें पद और नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है। इस पर प्रबंधक ने बताया कि इनका संस्था घाटे में चल रही है, एपीएल का कमीशन 1100 और खर्च 8000 रुपये आ रहा, जिसकी भरपाई कहा से होगी। इसलिए सोच विचार कर फैसला लिया गया कि जो घाटे का भरपाई करेगा वह दुकान चलाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कई जगह 2200 मेंबर का संस्था है। और कई जगह 20- 25, 10- 5, समूह का संस्था है ऐसे में कमीशन के हिसाब से किसको – किसको, क्या-क्या फायदा होगा यह सहज ही समझा जा सकता है।

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