बालोद (संचार टुडे)| डौंडी ब्लॉक में संचालित बीएसपी माइंस अंतर्गत बोइरडीह डेम से खेतों की सिचाई के लिए पानी की मांग को लेकर किसानों ने रविवार को माइंस की गाड़ियों को रोक कर चक्काजाम कर रहे है। डौंडी ब्लॉक के आड़ेझर, कोटागांव, मलकुंवर, सल्हाईटोला, नर्राटोला, कुमुरकट्टा व खैरवाही के सरपंच, जनपद सदस्य सहित लगभग 400 किसान दल्लीराजहरा-महामाया मार्ग में कोटागांव के सड़क पर चक्काजाम करने बैठ गए। इस दौरान किसानों को हो रही समस्या को देखने मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी व भाजपा के प्रत्याशी देव लाल ठाकुर बारी-बारी से किसानो को सुनने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। जहां प्रशासनिक अमला व बीएसपी के अधिकारियों मध्य मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी द्वारा तत्काल किसानो को पानी देने के निर्देश पर काम शुरू तो किया गया परंतु आज मंगलवार को बीएसपी के अधिकारीयों द्वारा इस ओर कोई रुचि नहीं लेने से किसानो में आक्रोश व्याप्त हो गया है। सिंचाई समस्या से जूझ रहे डौंडी ब्लाक के कई गांवों से आए किसानों ने कहा कि इस आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक में न तो सिंचाई के लिए खेतों को पानी मिल रहा है और न ही लोगों को पीने के स्वच्छ पानी तथा इस क्षेत्र में सिंचाई नहर भी नहीं है। सिंचाई व पेयजल की समस्या को लेकर किसान संघ चार महीने पहले आड़ेझर के पास आंदोलन कर चुका है। उस समय भी आड़ेझर के पास चक्काजाम कर माइंस की वाहनों को रोका गया था। जिसके बाद अधिकारियों ने चर्चा के बाद दो माह का समय मांगा था। जिसके बावजूद भी ग्रामीणों की समस्या यथावत बना हुआ है। तत्कालीन एसडीएम प्रियंका वर्मा के द्वारा बीएसपी अधिकारियों को किसानों की मांगों पर ध्यान देते हुए बस्ती में आपूर्ति होने वाले डैम के बचे पानी की जानकारी एकत्र कर कार्रवाई करने को कहा व तत्कालीन व्यवस्था के भी निर्देश दिए थे।
बोइरडीह डेम में 12 महीना पानी, फिर भी सुविधा नहीं
किसान संगठन के नेता बड़कू लाल,मनोज मंडावी ने बताया कि भिलाई इस्पात संयंत्र के राजहरा माइंस अंतर्गत बोइरडीह जलाशय से ग्राम आड़ेझर, कोटागांव व खैरवाही के किसानों को सिंचाई सुविधा नहीं मिल रही है। इन गांवों के किसानों को हमेशा सूखे का सामना करना पड़ता है। बोइरडीह डेम में 12 महीना पानी रहता है, लेकिन किसी प्रकार की सुविधा नहीं दिया जा रहा है। जबकि जलाशय निर्माण करने से पहले आसपास के किसानों से सहमति ली गई थी। परन्तु आज उन्हीं किसानों को पानी के लिए अधिकारियों के सामने दुहाई देना पड़ रहा है। प्रदर्शन में जनपद सदस्य पुष्पा कोर्रमा,सरपंच गण सहित बड़कूलाल,लिखन देवहारी,हिरामन मेरिया, देव सिंग, तुलसी राम बघेल, आत्माराम बढ़ई, अशोक टेमरिया, लखन बढ़ाई सहित भारी संख्या में किसान उपस्थित थे। बीएसपी के जिम्मेदार अधिकारी आर बी गहरवाल से किसानो की जवलंत समस्या के निदान हेतु पक्ष लेने कॉल करने पर उनके द्वारा फोन अटेंड नही किया गया। कुछ अफसर ने नाम न छापने की बात पर बताया कि दुलकी व महामाया माइंस पूरी तरह से ठेके पर दे दिया गया है। अगर चक्काजाम जैसे आंदोलन से ट्रांसपोर्ट रुक भी जाता है तो इससे बीएसपी को कोई ज्यादा फर्क नही पड़ेगा।नायब तहसीलदार रुद्र का कहना है कि बीएसपी के अधिकारियों द्वारा किसानों को पानी देने का वादा किसानो व मंत्री प्रतिनिधि के सामने किया गया था। अब अधिकारी फोन नही उठा रहे है, इसकी पूरी जिम्मेदारी बीएसपी की है।