छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मरकाम अपनी डूबती नैया और देश भर में कांग्रेस के अस्तित्व पर आए संकट की चिंता करने की बजाय भाजपा के बारे में फिजूल की टीका टिप्पणी करने में वक्त बर्बाद कर रहे हैं। कांग्रेस में नेताओं का अकाल है। इसलिए देश भर में पिटे पिटाये मोहरे स्टार प्रचारक के तौर पर पेश करना उसकी मजबूरी है। राहुल गांधी पूरे देश में कांग्रेस को हरवाते रहते हैं। उसके बाद भी स्टार प्रचारक हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत जप्त करवाती है तो भी स्टार प्रचारक होती है। भूपेश बघेल जहां भी जाते हैं वहां कांग्रेस की लुटिया डुबा आते हैं। जबकि भाजपा के पास देश के सर्वाधिक मुख्यमंत्री हैं। ढेर सारे केंद्रीय मंत्री हैं। राष्ट्रीय पदाधिकारी हैं। संगठन के अन्य प्रभावशाली नेता हैं। भाजपा के पास नेताओं की कमी नहीं है। हम कार्यकर्ता आधारित पार्टी हैं। कांग्रेस बैसाखियों के सहारे है। भाजपा में समय-समय पर सभी को जिम्मेदारी मिलती है। जबकि कांग्रेस में सब चले हुए कारतूस हैं जो अब किसी काम के नहीं हैं। ऐसे में मरकाम भाजपा के ऊपर बयान देने की बजाय अपने गिरेबान में झांक लें।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मरकाम द्वारा भाजपा पर दंगे भड़काने का आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दबाव में ऐसा बोल रहे हैं। पूरे प्रदेश की जनता जानती है कि बिरनपुर में क्या हुआ। बिरनपुर में तुष्टिकरण की भेंट चढ़े भुनेश्वर साहू के पिता का बयान है कि हमलावर उनके पूरे खानदान और समुदाय को काट देने की धमकी दे रहे थे। ऐसा धमकाने वाले आज भी जेल के बाहर हैं। पकड़े नहीं गए तो सांप्रदायिक सद्भाव कौन खराब कर रहा है? कौन तुष्टीकरण कर रहा है? कौन संप्रदायिक सद्भाव खराब करने वालों को संरक्षण दे रहा है, यह तो स्पष्ट हो गया है। अगर कांग्रेस सांप्रदायिक सद्भाव बनाना चाहती है तो जिन्होंने उन्माद फैलाया, उनको पकड़ा क्यों नहीं गया।

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