भाजपा घोषणापत्र के लिए सुझाव लेने के बजाये, मोदी सरकार से वादा पूरा कराये देशभर की जनता को लाभ होगा: धनंजय सिंह ठाकुर 

रायपुर।  प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा चुनाव में घोषणा पत्र बनाने के लिए आम जनता से सुझाव लेने की नौटंकी करने के बजाय उन्हें मोदी सरकार से 2014 और 2019 में किए गए वादों को पूरा कराने के लिए ताकत लगाना चाहिए। जिस प्रकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने जनता से किये 36 वादों में से 34 वादों को पूरा किया है और प्रदेश की जनता को खुशहाल किया है। ठीक उसी तरह भाजपा भी 2014 और 2019 के घोषणपत्र के वादों को मोदी सरकार से पूरा कराये अच्छे दिन लाये।इसके लिए उन्हें 2023 विधानसभा चुनाव परिणाम की इंतज़ार करने की आवश्यकता नहीं है।लेकिन भाजपा की नियत में खोट है उन्हें पता है 2023 के चुनाव में भाजपा वर्तमान की13 सीट बचा ले बहुत बड़ी बात है। इसीलिए चुनाव में घोषणा पत्र बनाने के लिए सुझाव मांगने की राजनीतिक नौटंकी कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने ही तो वादा किया था किसानों को स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने, 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने, दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने, पेट्रोल डीजल 35-30रु लीटर,रसोई गैस 410रु से कम दर पर, महिलाओ की सुरक्षा,15-15लाख रुपया खाता जमा कराने,100दिन में महंगाई कम करने,सहित अनेक वादे जो आज जनता की मूल समस्या है। इन समस्याओं को हल करना भाजपा के लिए चुटकी का काम है लेकिन भाजपा का चरित्र तो वादाख़िलाफ़ी करना है। देश हो या प्रदेश जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उनके वादाखिलाफी मनमानी से जनता हताश परेशान है।

 

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा को पता है कि आज जनता की मूल समस्या का जनक मोदी सरकार की गलतनीतियां है पेट्रोल, डीजल में लगा मनमाना एक्ससाइज टैक्स है।कांग्रेस सरकार के समय मिलने वाला 410 रु के रसोई गैस की टँकी 1200रु में खरीदने मजबूर है।बेरोजगारी के मामले में देश में 45 साल पुरानी स्थिति में है 23करोड़ हाथ जिनके पास काम था वो भी खाली हो गया है 19 करोड़ युवा इतने हताश है कि वो रोजगार की उम्मीद छोड़ दिये है बढ़ती बेरोजगारी महंगाई,दूध दही स्टेशनरी पुस्तक काफी जूता चप्पल पर जीएसटी वसूल रही है,दवाइयों के कीमत में 30% से अधिक की वृद्धि हुई समय पर ट्रेन नही मिल रहा, छत्तीसगढ़ के बाहर के किसान अपनी उपज को औने पौने दाम में बेचने मजबूर हैं। किसानों की आमदनी दुगनी होना दूर की बात है समस्याएं 4 गुनी बढ़ गई है। 23 करोड से अधिक परिवार गरीबी रेखा के नीचे आ गए हैं 80 करोड लोगों को 2 वक़्त की रोटी के लाले पड़े हैं जहां 14 प्रधानमंत्रियों ने 55 लाख करोड़ कर्ज लिया था 9 साल में मोदी सरकार में155 लाख करोड़ कर्जा हो गया है। 30लाख से अधिक सरकारी पद केंद्र में रिक्त है उसमें भर्तियां नहीं हो रही है सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है छटनी हो रही है आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है महिलाएं असुरक्षित है अपराधी बलात्कारी को भाजपा नेताओं का संरक्षण है तो आखिर भाजपा आम जनता से सुझाव मांगने का नौटंकी क्यों कर रही है पहले तो इन समस्याओं का निराकरण करें और यही जनता की मूल समस्या है।

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