दुर्ग(संचार टुडे)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में डॉ. आंबेडकर की तस्वीर फेंकने का मामले में अब महिला संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया है। महिलाओं का एक बड़ा समूह हाथों में छोटे- छोटे बच्चों को लिए चिलचिलाती गर्मी में पैदल मार्च करते हुए थाने की ओर बढ़ता गया। ये वही महिलाएं हैं जिनके हक के लिए डॉ. आंबेडकर ने लड़ाई लड़ी थी। आज वे ही महिलाएं अपने मसीहा डॉ. आंबेडकर के सम्मान में सड़कों पर उतर गईं हैं।
डॉ. आंबेडकर की तस्वीर दीवार से निकालकर फेंकने के मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जिस गर्मी में लोग अपने- अपने घरों में कूलर और एसी के बीच राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पर एक तबका ऐसा भी है जो शायद कल रात से ठीक से सोया भी नहीं है। मानो वह सुबह पौ फटने का इंतजार कर रहा हो और सुबह होते ही घर की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद सुबह 11 बजे से अपने छोटे बच्चों को हाथों में थामें घर से निकल गईं।
वे अपने डॉ. आंबेडकर को सम्मान दिलाने सड़कों पर उतरीं हैं। दुर्ग की हर गलियां, सड़कें डॉ. आंबेडकर के नारों से गूंज रहा है। महिलाएं थाने पहुंचकर सीधे प्रभारी से मिली और पूछा हमारे भगवान की तस्वीर फेंकने के मामले में अब तक आपने क्या कार्रवाई की है। और यदी नहीं की तो क्यों। इस बात को लेकर थाना परिसर में महिलाओं ने जोरदार हंगामा काटा। महिलाओं को शांत कराने अमला बेबस नजर आ रहा था। लेकिन महिलाएं अपने आत्मसम्मान को बनाए रखने कार्रवाई की मांग पर अड़ी हुई है।
Read More- डॉ. आंबेडकर की तस्वीर दीवार से निकालकर फेंका, सर्व समाज ने कहा- मुख्य टिकट निरीक्षक को करो बर्खास्त नहीं तो हम करेंगे….
छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन में डॉ. आंबेडकर की तस्वीर दीवार से निकालकर फेंकने के मामले में लोगों का आक्रोष बढ़ता जा रहा है। घटना के दूसरे दिन दुर्ग में बड़ी संख्या में समाज के लोगों का जमावड़ा हुआ। बड़ी संख्या में महिला और पुरूष सड़कों पर उतर गए और कार्रवाई की मांग को लेकर आवाज बुलंद किए।
बता दें कि दुर्ग के रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं 1 के मुख्य टिकट निरीक्षक ऑफिस में संविधान निर्माता विश्वरत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर जी का छायाचित्र विगत कई वर्षों से दीवार पर टंगी हुई थी। जिसे मुख्य टिकट निरीक्षक द्वारा दुर्भावना पूर्वक फोटो को दीवार निकालकर फेंक दिया गया, अपमानित किया गया। इसकी जानकारी आंबेडकर अनुयायियों को होने पर वे रेलवे स्टेशन पहुंचे। बाबासाहेब का अपमान करने वाले को तत्काल नौकरी से बर्खास्त करने व दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग सर्व समाज के लोगों ने की है।