कांकेर। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव मीडिया प्रभारी प्रवक्ता व मतदाता जागृति मंच के राष्ट्रीय सचिव वा कांग्रेस नेता श्री गणेश तिवारी जी ने मीडिया बताया कि कांकेर में पदस्थ एसडीएम मनीष साहू की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है आम जनता के साथ दुर्व्यवहार अस्लील गाली गलौज करना इनका आदत पेसा बन गया है, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिकारी कर्मचारी व जनप्रतिनिधियों के लिये विश्राम कक्ष सभी जिला ब्लॉक मुख्यालय में बनाया गया है, उसी प्रकार हमारे कांकेर के ये रेस्ट हाउस में लम्बे समय से डेरा कर निवास कर रहे एस डी एम मनीष साहू अपने आप को कांकेर जिला का शेर समझ बैठा है, लोगों को आईना दिखाने वाला देश का चौथा स्तंभ प्रिंट वा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है सरकार द्वारा पत्रकारिता सुरक्षा अधिनियम लागू किया गया है, जिसकी धज्जियां इस एसडीएम मनीष साहू ने वरिष्ठ पत्रकार के साथ अपशब्द व्यवहार करके गलौज करके उड़ा दी गई, श्री तिवारी जी ने बताया जी हां आपको बता दे की गुंडागर्दी के बादशाह एसडीम मनीष साहू ने अपनी पद की गरिमा को लाधकर मेरे साथ दुर्व्यवहार व असली गाली गलौज किया यह घटना दिनांक 2। 8 ।2023 की है मैंने अपने मोबाइल से शाम के समय फोन किया मेरा फोन कॉल को रिसीव नही किया तब मैं शाम के समय रेस्ट हाउस में निवास गृह बना बैठे वहां मैं मिलने गया वहां के पियुन नागेश जी के माध्यम से एसडीएम साहब को आने की सूचना दी गई, तथा उपरांत या मानसिक रोगी एसडीएम मनीष साहू के द्वारा अपने कमरे से बाहर निकल कर मुझे बेवजह अभद्र दुर्व्यवहार वह गाली ग्लौज करते हुए कहा कि तुझे पता नहीं कि मैं कांकेर का विभाग की अनुविभागीय राजस्व दंडाधिकारी मनीष साहू हूं। मैं किसी को भी दण्ड दे सकता हूं मेरे पावर है यह कहते हुए गन्दी गन्दी गाली ग्लौज करते हुए कहने लगा कि मैं तेरे लिए रेस्ट हाऊस क्यों खोलू तू होता कौन हैं मुझ वरिष्ठ पत्रकार का हूं मुझे बोला गया साथ ही साथ

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पिता श्री नंदकुमार बघेल के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए बोला की जा तू अपने पिता नंदकुमार बधेल को बुला ले मेरा कुछ नहीं बिगड़ सकता मैं कांकेर का एसडीएम मनीष साहू हूं तुझे इस रेस्ट हाउस से उठवा दूंगा फेकवा दूंगा मैं पुलिस बुलवाकर धारा 107, 116, 151 लगवा कर जेल भेज दूंगा, इस दौरान मेरे साथ राहुल खटवानी मां मेरी माता जी श्रीमती शशि तिवारी मौजूद थी, एसडीएम के द्वारा किए गए धमकी व उनके दुर्व्यवहार से हम सब आश्चर्यचकित व भयभीत हो गए, तब हमें पता चला कि एसडीएम मनीष साहू के द्वारा किए गए व्यवहार से लगा की एसडीएम मनीष साहू एक मानसिक रोगी है ,वरिष्ठ पत्रकार के साथ पागल जैसे बात करते हैं तो आम गरीब वा भोले भाले बेसहाय लोगों से क्या बर्ताव नहीं करते होंगे ? सोचने की बात है!! पत्रकारिता सुरक्षा अधिनियम का इन्होंने उल्लंघन किया है जिसकी लिखी शिकायत मैंने पुलिस अधीक्षक कांकेर ,वा जिला कलेक्टर कांकेर को दे चुका हूं, ऐसे एसडीम को तत्काल बर्खास्त किया जाए व उनके ऊपर एफ आर दर्ज भी कराई जाएं। जिला प्रशासन द्वारा जब कोई कार्रवाई नहीं होगी तो मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय श्री भूपेश बघेल जी को, मुख्य सचिव जी को, समान प्रशासन सचिव जी को, व कमिश्नर बस्तर संभाग जी को शिकायत पत्र लिखकर इस एसडीएम मनीष साहू के द्वारा किए गए मेरे साथ दुर्व्यवहार की शिकायत करते हुए इस एसडीएम के ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई मांग करूंगा ताकी ऐसी मानसिक रोगी मनीष साहू को कांकेर का एसडीएम बनाया गया है, हमें ऐसे एसडीएम की जरूरत नहीं है हमें तो न्याय प्रिय कार्यप्रिय निष्पक्ष कार्य करने वाले अधिकारी की जरूरत है।।