गोरेलाल सोनी की खबर…

डौंडी(संचार टुडे)। बालोद जिले के झलमला से मानपुर की ओर मार्ग तक करोड़ो की लागत से बनाई जा रही राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 930 सड़क मार्ग के निर्माण कार्य मे भारी अनियमितता बरती जा रही है। उक्त सड़क मार्ग के निर्माण एजेंसी व जिम्मेदार अधिकारी निर्माण कार्य मे लापरवाही बरत रहे है, सड़क निर्माण शासकीय मापदंड के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण नही हो रहा । आलम ये है कि इस मार्ग पर जितने भी पुल बनाये गए है उसके आमने सामने पुल का हिस्सा धसते जा रहा है,पुल के पास धस रही सड़को का अंदाजा ना लगने के कारण आवागमन कर रहे दो चार पहिये वाहन सवारों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार एनएच 930 सड़क मार्ग में कुसुमकसा पेट्रोल पंप के पास बने नवनिर्मित पुल के दोनों हिस्सा सड़क मार्ग पर डाली गई मिट्टी मुरुम पुल के दोनों किनारे लगभग दो से तीन फीट गड्ढा व लगभग चार पांच फीट लंबा स्थल दब गया है। वही पथराटोला में डॉक्टर तिवारी मकान के पास बनी पुल व दैहान के पास बनी पुल, जमही समीप पुल,कुसुमकसा आवासपारा समीप पुल, अरमुरकसा की पुल, के अलावा इस मार्ग में जितने भी पुल बनाये गए है वहां 2-3 इंच से लेकर 6 इंच तक डामरीकृत सड़क धस चुका है। जिसके चलते आवागमनों को दुर्घटना होने की प्रबल संभावना बढ़ गई है। इस संबंध में रोड निर्माण पर लगे जिम्मेदार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पुल के पास भाग का सड़क प्रोटेक्सन नही होने के कारण धस रहा है। इसकी जानकारी ठेकेदार कन्हैया अग्रवाल को दे दी गई है। अभी बरसात लग जाने से इसमें ठोस सुधार की गुंजाइश नही है। पूरे बरसात भर पुल वाली स्थल की सड़के दबेगी जिसे जेसीबी से उखाड़कर wmm व ट्राफिक मोमेंट का कार्य कराया जा रहा है। ताकि आगे बरसात में और असुविधा ना हो, बरसात पश्चात यहा टीम आयेगी वह समस्त पुलों के पास वाली सड़क पर जरूरी मटेरियल्स डलवाकर फिर से डामरीकृत कार्य कराएगी जो अभी नही हुआ है,कार्य अभी पूर्ण भी नही हुआ यह प्रगति पर चल रहा है। उन्होंने इससे और अधिक जानकारी देने से मना करते हुए उच्चाधिकारियों से जानकारी लेने कह दिया। जबकि सच्चाई ये है कि बरसात लगने के दो तीन माह पूर्व से पुल का यह हाल है उस वक्त सड़क व पुल बनाते समय सबग्रेड सही नही किया गया है इस दौरान बेस भी अच्छा नही हुआ है। जिससे यह लग रहा कि सड़क निर्माण दौरान इस राष्ट्रीय राजमार्ग के आलाधिकारियों द्वारा सड़को का नियमित जांच पड़ताल नही किया गया होगा जिसके कारण निर्माण एजेंसी भी अर्थ कार्य को अपने मनमर्जी से किया गया लग रहा। सड़को के साईड सोल्डरों में मिट्टी मुरुम और पानी तो डाला गया मगर रोलर नही चलाया गया होगा, निर्माण एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा पुल पुलिया के पास उखड़ी सड़क का संधारण वैकल्पिक तौर पर मिट्टी एवं डब्लू एमएस मटेरियल डालकर कर रहे है। और बरसात का बहाना बताकर लीपापोती कार्य को छुपाया जा रहा है। बरसात पूर्व ग्राम कुसुमकसा में नाली निर्माण को अधूरा छोड़ दिया गया है वही वनोपज जांच नाका पास बने पुल में पानी की निकासी बराबर ना किये जाने के चलते समीप घरों में पानी सीपेज हो रहा।

राष्ट्रीय राजमार्ग 930 के इस भर्राशाही सड़क निर्माण कार्य को देखकर डौंडी मंडल मंत्री योगेंद्र सिन्हा ने केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री को धसकते पुल कि तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करते हुए केंद्रीय मंत्री का ध्यानाकर्षण कराया गया है। वही पूर्व जनपद सदस्य अनिल सुथार ने राष्ट्रीय राज मार्ग 930 सड़क निर्माण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व निर्माण एजेंसी पर उचित कार्यवाही किये जाने की मांग के अलावा शासकीय मापदंड के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण कराने की मांग शासन प्रशासन को की गई है।

इस सबंध में सड़क निर्माण एसडीओ से संपर्क साधने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नही हो पाया