रायपुर। बरसात का मौसम आने के साथ ही राजधानी के कई इलाकों में पिंक आई यानी कंजक्टी वाइरस फैल गया है। आंखों में चुभन के साथ इसके लक्षण शुरू हो रहे हैं। 24 घंटे के भीतर पानी बहने से लेकर आंखें लाल होने तक की स्थिति में पीड़ित पहुंच रहे हैं। अंबेडकर अस्पताल में पिछले एक हफ्ते से रोज औसतन डेढ़ दर्जन मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। गुरुवार से स्थिति ज्यादा बिगड़नी शुरू हुई है।
शुक्रवार को तो लोधीपारा तरुणनगर में सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने की खबर है। यहां एक ही बस्ती में 40 से ज्यादा पीड़ित हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के फील्ड वर्करों ने यहां कैंप लगाने तक की सिफारिश कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने सभी हेल्थ सेंटरों को अलर्ट कर दिया है। लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। इसके बावजूद वाइरस तेजी से फैल रहा है। शहर के अलग-अलग हेल्थ सेंटरों और प्राइवेट अस्पताल के डाक्टरों से जानकारी लेने पर पता चला है कि गुढ़ियारी, डीडीनगर, समता कालोनी, टिकरापारा, कोटा, रामनगर और मोवा के कई इलाकों में कंजक्टी वायरस फैल गया है। पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने इन इलाकों में सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के दौरान ही लोधीपारा तरुणनगर बस्ती में फैली बीमारी के बारे में पता चला है।
तेजी से फैलने वाली बीमारी
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. अनिल गुप्ता कहते हैं ये तेजी से फैलने वाली बीमारी है। यानी एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें। पीड़ित के इस्तेमाल किए हुए रुमाल व तौलिया का उपयोग न करें। ऐसी कोई भी चीज चाहे वह दरवाजे का हैंडल, टेलीफोन का रिसीवर ही क्यों न हो? अगर पीड़ित ने छू लिया है तो उसका उपयोग न करें। फिलहाल भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना बेहतर होगा। इन्हीं सावधानियों से कंजक्टिवाइरस यानी पिंक आई से बचा जा सकता है।