रक्षाबंधन का इंतजार सभी को पूरे साल रहता है। सावन शुरू होने के साथ ही लोग रक्षाबंधन का इंतजार करना शुरू कर देते हैं। राखी का पवित्र त्योहार सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। राखी के त्योहार में अब सिर्फ 1 दिन बाकी रह गया है। ऐसे में बाजारों में भी राखी की धूम देखने को मिल रही है। बहनें अपने भाई की कलाई पर सजाने के लिए मनपसंद राखियां चुन रही हैं। लेकिन अब तक लोग यही सोच रहे हैं कि आखिर रक्षाबंधन कब मनाएं। कोई कह रहा है कि रक्षाबंधन का त्योहार बुधवार को यानी कि 30 अगस्त को है तो वहीं बहुत से लोग 31 अगस्त को त्योहार मनाने की बात कह रहे हैं। ऐसे में आखिर राखी बांधने के लिए कौन का दिन और मुहूर्त सही है, यहां दूर करें कंफ्यूजन।

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रक्षाबंधन पर इस समय नहीं होगा भद्रा का साया

भद्रा के साए की वजह से लोग यह तय ही नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर किस दिन भाई की कलाई पर राखी बांधना शुभ रहेगा। प्रयागराज के जाने-माने ज्योतिषी पंडित देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी का कहना है कि 30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि लगने के साथ ही सुबह 9 बजकर 1 मिनट से रात को 12 बजे तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। जब कि काशी के पंडितों का कहना है कि पूरे दिन भद्रा है इसीलिए राखी बांधने का मुहूर्त रात को 9 बजे के बाद है। रात को 9 बजे से 12 बजे तक रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा सकता है। वहीं बहुत से पंडितों का कहना है कि 31 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।

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राखी बांधने को लेकर क्या है पंडित जी की राय?

पंडित देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी का कहना है कि 31 अगस्त को सुबह बहनों को राखी बांधने के लिए बहुत ही कम समय मिलेगा। दरअसल इस दिन सुबह 7 बजे तक ही शुभ मुहूर्त है। इसीलिए तड़के राखी बांधना संभव न हो सके। इसीलिए 30 अगस्त को रात में राखी बांधना ज्यादा सही रहेगा। उनका कहना है कि अगर 31 अगस्त को राखी बांधते समय शुभ मुहूर्त अगर चला गया तो यह अशुभफलदायी हो सकता है। इसीलिए बहनों को अपने भाई की कलाई पर राखी शुभ मुहूर्त में ही बांधनी चाहिए।

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