Sarangarh Latest News: सारंगढ़ उत्कल संस्कृत सेवा समिति के द्वारा आयोजित वार्षिक उत्सव में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने मणिप्रभा त्रिपाठी, प्रधान पाठक माध्यमिक शाला सहसपुर को उनके शिक्षा, समाज सेवा, साहित्य, कविता लेखन और विशेष रूप से पर्यावरण के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्हें यह सम्मान “मैजिक एवं आर्ट यूनिवर्सिटी, देहरादून” द्वारा दी गई मानद ‘डॉक्टरेट की उपाधि’ और प्रशस्ति पत्र के रूप में प्रदान किया गया।
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समारोह में उत्तर रायपुर विधायक पुरंदर मिश्रा, भठली विधायक इराषीश आचार्य, रायगढ़ राजा राज्यसभा सांसद वीरेंद्र प्रताप सिंह और वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने मणिप्रभा त्रिपाठी को गरिमा के कमल से सम्मानित किया। इस अवसर पर उनके द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों की विस्तृत सराहना की गई और उन्हें एक सर्टिफिकेट एवं मोमेंटो प्रदान किया गया।
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Sarangarh Latest News: मणिप्रभा त्रिपाठी का जीवन विभिन्न सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों से भरा हुआ है, लेकिन उनका विशेष योगदान पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय है। उन्होंने जीवन में 7000 पेड़ लगाने का संकल्प लिया था, और इस दिशा में अब तक उन्होंने 5000 पेड़ लगाने का कार्य पूरा कर लिया है। इसके अलावा, उन्होंने अपनी विद्यालय की बंजर पड़ी भूमि पर एक सुंदर पुष्प वाटिका का निर्माण किया है, जहां जैविक फल और सब्जियां उगाई जा रही हैं। यह वाटिका पूरी तरह से रासायनिक तत्वों से मुक्त है, और बच्चों को यहां से प्राप्त जैविक फल और सब्जियों का सेवन पिछले 6 वर्षों से किया जा रहा है। यह पहल उनके द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण के कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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Sarangarh Latest News: मणिप्रभा त्रिपाठी का यह कार्य न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मील का पत्थर साबित हो रहा है। उनकी मेहनत और समर्पण को देखते हुए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। हाल ही में 15 नवम्बर 2024 को उन्हें राज्य स्तरीय ‘ज्ञान दीप पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया, जिसमें उन्हें 7000 रुपये की नकद राशि भी दी गई। यह पुरस्कार उनके पर्यावरण के प्रति निरंतर प्रयासों और समर्पण का प्रतीक है।
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उनके योगदान ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में शिक्षा, समाज सेवा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा की है। मणिप्रभा त्रिपाठी के कार्यों ने यह सिद्ध कर दिया है कि एक व्यक्ति के अथक प्रयास समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं, और आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ, हरा-भरा और समृद्ध पर्यावरण देने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
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इस सम्मान समारोह में मणिप्रभा त्रिपाठी के कार्यों को उजागर करते हुए कहा गया कि उनके द्वारा किए गए प्रयासों से न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता और महत्व को समझा जा रहा है। उनके द्वारा किए गए ये कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेंगे और उनका योगदान समाज, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में सदैव याद रखा जाएगा।