रायपुर(संचार टुडे)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर घोषणा करने का काम किया है। छत्तीसगढ़ में कॉपी पेस्ट की सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री बघेल के पास छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर कोई विजन नहीं है। इसलिए अन्य राज्यों में जो योजनाएं चलती हैं, उन्हें वे अपने प्रदेश में लागू करने का काम करते हैं। मुख्यमंत्री बघेल द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर इस फैसले का ऐलान करने पर श्री गुप्ता ने तंज कसा और सवाल किया कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं की सुरक्षा करने में प्रदेश की कांग्रेस की सरकार विफल क्यों हुई? क्या आरोपियों को कांग्रेस का संरक्षण मिल रहा है?

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि सत्ता से विदाई का समय नजदीक आता देख मुख्यमंत्री बघेल घोषणावीर मुख्यमंत्री बन गए हैं। दिया बुझने से पहले फड़फड़ाता है, उसी तरह कांग्रेस की सरकार की सत्ता में वापसी के लिए मुख्यमंत्री घोषणा-पर-घोषणा करते जा रहे हैं, लेकिन ये घोषणाएँ पूरी कब होंगीं, यह किसी को मालूम नहीं है। बुधवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री गुप्ता ने राजस्थान सरकार की लड़कियों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के आरोपियों को सरकारी नौकरी नहीं देने की घोषणा की सच्चाई यह है कि यह कानून लागू करने के बाद भी राजस्थान में महिलाओं से दुराचार की घटनाएँ बढ़ी हैं। अभी एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म करके उसे कोयले की जलती भठ्ठी में फेंककर जिंदा जला दिया गया था।

गुप्ता ने पूछा कि कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ बलात्कार के अपराध क्यों बढ़े हैं? प्रदेश की राजधानी में पेट्रोल डालकर पूर्वी झा को जला दिया गया, जगदलपुर में 13 अगस्त को पूनम मिश्रा को मेडिकल कॉलेज में एक व्यक्ति ने पीटा। बाद में बीच-बचाव कर उसे छुड़ाया गया तो रात में उसके घर में जबरिया घुसकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। प्रदेश के मंत्री शिव डहरिया द्वारा बलरामपुर के दुष्कर्म की घटना को छोटी बताने का हवाला देकर श्री गुप्ता ने कहा कि घटना का विरोध करने के बजाय बलात्कार के मामलों की तुलना की जा रही है! श्री गुप्ता ने सवाल किया कि क्यों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज न कर पीड़िताओं को आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया? क्यों आये दिन छत्तीसगढ़ की मासूम बच्चियों के खिलाफ दुष्कर्म की खबरें आ रही है और सरकार इस पर कोई भी सख्त कदम क्यों नहीं उठा रही है? जो प्रशासन जनता की सुरक्षा के लिए होता है, कांग्रेस सरकार में वह प्रशासन महिलाओं के साथ मारपीट क्यों कर रहा है? सूरजपुर में पुलिस की ज्यादती का हवाला देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि सूरजपुर में पुलिस द्वारा महिलाओं पर जमकर लाठियां बरसाते और धक्का मुक्की करते हुए वीडियो को पूरे छत्तीसगढ़ ने देखा कि कैसे छत्तीसगढ़ की बहन-बेटियों के साथ कांग्रेस शासन में दुर्व्यवहार हो रहा है!

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ में साल 2016, 2017 और 2018 की अपेक्षा 2019, 2020 और 2021 में यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़ के मामले में 110 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है। 2019 से 2021 में अपराध के करीब 29 फीसद मामले बढ़े। दुष्कर्म के मामलों में साल-दर-साल बढ़ोतरी हुई। इन पर नियंत्रण के लिए क्यों पिछले 5 सालों में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया ? बस्तर में कक्षा एक की छात्रा के साथ दुष्कर्म, सड्डू में बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या, रायपुर में 8 साल की नाबालिग से रेप और हत्या, कवर्धा में 4 साल की बच्ची के साथ रेप, रिहायशी कॉम्प्लेक्स के पोर्टा केबिन में छह साल की लड़की के साथ बलात्कार किया। ऐसे अनेक बलात्कार एवं हत्याओं की घटनाओं से छत्तीसगढ़ को बार-बार शर्मसार क्यों होना पड़ा है? श्री गुप्ता ने कहा कि ‘हमर बेटी-हमर मान’ अभियान के तहत मुख्यमंत्री बघेल ने बताया था कि महिला पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सभी जिलों के स्कूल-कॉलेजों में जाएंगे, वहां बेटियों को उनके गुड टच, बैड टच, छेड़खानी और यौन शोषण से बचाएंगे, लेकिन इसमें न तो हेल्पलाइन प्रभावी साबित हुई और न ये वादे पूरे हुए। उल्टा हुआ यह कि छात्राएँ लगातार आत्मानंद जैसे स्कूलों में भी आरोप लगा रहे हैं कि शिक्षक उनके साथ बैड टच करते हैं। ऐसी नाकारा कांग्रेस सरकार को शर्म महसूस करनी चाहिए।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में बताया था कि अनुसूचित जनजाति की बच्चियों व महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में छत्तीसगढ़ का तीसरा स्थान है, जबकि अनुसूचित जाति के मामले में छत्तीसगढ़ छठवें स्थान पर है। कांग्रेस राज में महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा और अपराध को जनता अब और नहीं सहेगी। अनाचार के मामले में राजधानी रायपुर दिन प्रतिदिन नए कीर्तिमान रच रहा है। श्री गुप्ता ने बताया कि साल 2019 में रायपुर में सबसे अधिक 254 मामले दर्ज हुए, जबकि पूरे प्रदेश में 2,575 मामले दर्ज किए गए। महिलाओं के प्रति कांग्रेस की मानसिकता इतनी गिरी हुई है कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने रायपुर के प्रार्थना भवन में महिला उत्पीड़न मामलों की सुनवाई के बाद पत्रकारों से चर्चा में कहा अधिकांश मामलों में लड़कियां लिव-इन में रहकर संबंध बनाती हैं और शादी नहीं होती या रिश्ता बिगड़ जाता है तो वे रेप का केस दर्ज करा देती हैं। क्या प्रदेश सरकार और कांग्रेस का यही महिलाओं के साथ न्याय है? जिस महिला सशक्तीकरण एवं महिला सुरक्षा को भाजपा सरकार में प्राथमिकता दी जाती थी, आज उसी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हमारी बेटियों की सुरक्षा एक चुनौती बन चुकी है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने विद्यार्थियों को मुफ्त परिवहन सेवा की घोषणा पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि शराबबंदी के खिलाफ़ रहने वाले मुख्यमंत्री बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नई बोतल में पुरानी शराब को परोसने का काम किया है। श्री गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक परिवहन सुविधा का वादा किया था, लेकिन जब मुख्यमंत्री की ‘सेट मुलाकात’ में युवाओं ने फ्री परिवहन सेवा की बात कही, तो उन्होंने अगले घोषणा पत्र में इस मांग को शामिल करने का आश्वासन दिया। मुख्य विपक्ष होने के नाते जब भाजपा ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया, तो स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने फिर घोषणा करने का काम किया है। कांग्रेस को लगता है, जनता कुछ नहीं जानती और एक ही घोषणा को बार-बार कर जनता के साथ छलावा कर लेगी। श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ का युवा 2018 में स्कूल और कॉलेज जाने वाले युवा छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक परिवहन सुविधा के वादे को लेकर अभी भी कांग्रेस से सवाल पूछ रहा है, लेकिन जवाब में मुख्यमंत्री बघेल दोबारा घोषणा कर रहे हैं। सन 2018 की घोषणाओं को दोबारा करना कांग्रेस की भीतरी छटपटाहट को भी दर्शाता है। 5 साल कांग्रेस ने कुछ किया नहीं और अब समझ नहीं आ रहा क्या करें, इसलिए घोषणाओं-पर-घोषणाएँ कर रहे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक भी राजकीय विश्वविद्यालय न खोलकर कांग्रेस ने युवाओं के लिए हो रहे शिक्षण संस्थानों के विकास की गति को धीमा किया है। भाजपा के कार्यकाल में आईटीआई संस्थानों की लगभग 200% बढ़त हुई थी। पिछले 5 सालों में सिर्फ 3 आईटीआई संस्थान खोलकर कांग्रेस सरकार ने युवाओं के कौशल विकास में अड़चन पैदा की है। बेरोजगारी खत्म करने की बात कर के एक भी आजीविका महाविद्यालय न खोलने वाली कांग्रेस ने युवाओं को ठगा है। राज्य सरकार की नौकरियों को बाहरी ठेके पर देने से रोकने का वादा किया था। कांग्रेस सरकार के मंत्री उमेश पटेल ने सदन में यह माना कि इस सरकार ने आउटसोर्सिंग बंद नहीं की है। कांग्रेस ने इस वादे पर भी युवाओं को छला है। श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को मुफ्त परिवहन नहीं, बल्कि एक निष्पक्ष भर्ती की प्रक्रिया की जरूरत थी, लेकिन कांग्रेस ने भर्तियों में घोटाले कर गरीब छात्र की वर्षों की मेहनत को लूटा है, जिसका जवाब आने वाले समय में कांग्रेस को मिलने वाला है।

इस दौरान प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी उपस्थित रहे।