डौंडी(संचार टुडे)। श्रावण मास का आज दूसरा सावन सोमवार दिन है जहां शिवालयों में सुबह से लेकर देर शाम तक शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। महिला- पुरुष शिव भक्तों ने श्रद्धापूर्वक उपवास रखकर मंदिरों में भोलेबाबा की पूजा अर्चना की और भजन कीर्तन किया गया। वही आज छत्तीसगढ़ का प्रथम त्योहार हरेली भी श्रावण सोमवार के दिन ही पड़ा , इस पर्व की परंपरा है कि आज के दिन कृषक अपने कृषि औजारों की पूजा अर्चना कर खेतो में अच्छे फसलों की मन्नत मांगते है तथा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजन चावल से बनी चीला रोटी-गुड़ का भोग चढ़ाते है। वही बच्चे व युवा वर्ग बांस से बनाई गई गेड़ी चढ़कर छत्तीसगढ़ संस्कृति की परंपरा को आगे बढ़ाते आ रहे है। इसी क्रम में आदिवासी डौंडी ब्लाक भर के बच्चे तो बच्चे बड़े युवा वर्गों में भी हरेली त्योहार को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला सभी मिलकर गेड़ी दौड़ का लुफ्त उठाते नजर आए।

पौधारोपण कर हरियाली लाने दिया संदेश 

छत्तीसगढ़ में साल की पहली हरेली अमावस्या त्योहार को मिलजुल कर मनाया जाता है तथा पौधरोपण किया जाता है। हरेली मतलब हरियाली … ये हरियाली तभी आएगी जब लोग चारो ओर जगह-जगह पेड़ पौधों को लगाकर इसका संरक्षण भी करेंगे। इसी उद्देश्य के साथ कई लोगो ने हरेली पर्व पर पौधारोपण किया। डौंडी ब्लाक के ग्राम छिंदगांव निवासी दीनदयाल तथा छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ ब्लाक ईकाई दल्लीराजहरा व क्षेत्र के बुद्धजीवी वर्गों द्वारा पौधारोपण कर हरियाली लाने संदेश दिया गया ।