डौंडी(संचार टुडे)। छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड रायपुर शुक्ला प्रसाद धुर्वे तथा बीरसिंह पद्दा को नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया,जिसमें परंपरागत वनौषधि प्रशिक्षित वैध संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश सचिव निर्मल अवस्थी, विद्या अवधेश कश्यप, महेश टाडिया, आदित्य कुमार टंडन और प्रशंसकों ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी।

छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के कार्य इस तरह किया जाता है। वनौषधि के विकास के लिए शोध और अनुसंधान कराना,

राज्य के विभिन्न विभागों, संगठनों के काम का क्रियान्वित, उपार्जन, भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन की योजना बनाना। औषधि पौधों की पहचान और संसाधनों का सर्वेक्षण करना, औषधि वनस्पतियों का प्रसंस्करण (कुटीर उद्योग एवं लघु उद्योगों की स्थापना)वनौषधियों के निर्माण और उत्पादों के निर्यात के साथ विपणन की योजना बनाना।

औषधि पौधों की मांग और आपूर्ति का आकलन कराना औषधि पौधों के कृषिकरण को प्रोत्साहित करना। प्रदेश की वनौषधि जैव विविधता को सुरक्षित रखने के लिए औषधीय पौधों का संरक्षण, संवर्धन, विनाश विहीन विदोहन, प्रसंस्करण। औषधीय पौधों उपयोग और जनजातीय एवं स्थानीय स्वास्थ्य परम्परागत ज्ञान को जन सामान्य तक प्रचार-प्रसार करना शामिल है।