सक्ती(संचार टुडे)। कहते हैं ना “जब किसी कार्य को सिद्दत्त से किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है” इतना ही नहीं एक मशहूर कवि की लाइन है “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती” सक्ती के बेटे दीपक ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है और नगर सहित पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है।

बात हो रही है वन रक्षक दीपक शर्मा की जो इस समय महासमुंद जिले में पदस्थ हैं उनके बेहतरीन काम के लिए उन्हे विश्व हाथी दिवस के अवसर पर ओडिशा में केंद्रीय मंत्री के हाथों सम्मानित किया गया है। सक्ती जैसे नवीन जिले का सर गर्व से ऊंचा करने वाले दीपक शर्मा स्व विनोद शर्मा के सुपुत्र और फ्रेंड्स जोन मेंस वियर के संचालक गौतम शर्मा के बड़े भाई हैं।

विश्व हाथी दिवस 12 अगस्त के अवसर पर भुवनेश्वर ओड़िशा में देशव्यापी समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह में केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन भारत सरकार के मंत्री भूपेंद्र यादव एवं राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे तथा वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री उड़ीसा सरकार प्रदीप कुमार अमत द्वारा सामान्य वन मंडल महासमुंद में पदस्थ वनरक्षक दीपक शर्मा को गज गौरव अवार्ड से सम्मानित किया गया।

तो इसलिए मिला अवार्ड

छत्तीसगढ़ से इस वर्ष यह सम्मान प्राप्त करने वाले दीपक शर्मा अकेले वनरक्षक हैं। देशव्यापी अवार्ड में सक्ती नगर के पुत्र का नाम चयन होना नगर वासियों के लिए गर्व का विषय है महासमुंद के वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत ने बताया कि मानव हाथी द्वंद को रोकने के लिए महासमुंद वन मंडल में गज यात्रा प्रारंभ की गई है इसमें दीपक शर्मा द्वारा अपनी टीम के साथ ब्रज यात्रा के माध्यम से प्रतिदिन तीन चरणों में ग्रामीणों को हाथों से सुरक्षित रहने के उपायों को बताकर जागरूक किया जा रहा है। इससे पहले क्षेत्र में हाथी की दस्तक होते ही गांव सुना पड़ जाता था। लोक हाथी को भगाने तरह-तरह के उपाय करते थे आतिशबाजी मिर्ची मसाला जलाकर हाथियों को भगाया जाता था और अपनी जान जोखिम में डाल कर काम किया जाता था। इससे हाथी आक्रमक हो गए थे इससे ग्रामीण और हाथी हिंसा के शिकार हो रहे थे यह सब को देखते हुए गज यात्रा कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

गांव-गांव चौपाल लगाकर किया जागरूक

विगत दो वर्षों से वनरक्षक दीपक शर्मा ने टीम के साथ गांव-गांव जाकर चौपाल लगाकर प्रोजेक्ट में फिल्म दिखाकर एवं लोगों से चर्चा कर ग्रामीणों को हाथियों के व्यवहार एवं सुरक्षा के उपाय को समझाया दीपक शर्मा द्वारा घर यात्रा के माध्यम से ग्रामीणों को उनकी सामान्य भाषा एवं शैली में सुरक्षित गीतों और कहानियों के माध्यम से हाथियों के प्रति संवेदनशील बनाने का सफल प्रयास किया है जिससे हिंसा घटी है।

मानव – हाथी द्वंद रोकने रहूंगा हमेशा संकल्पित: दीपक शर्मा 

जन घायल जनहानि की घटनाएं शून्य हुई हैं। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग भारत सरकार द्वारा क्षेत्र के सराहनीय कार्य के लिए दीपक शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर गजरौला अवार्ड से नवाजा गया है। दीपक शर्मा ने बताया कि गत गौरव पुरस्कार प्राप्त होने का पूरा श्रेय वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत को जाता है उनके मार्गदर्शन में गज यात्रा की पूरी रूपरेखा तैयार की गई है एवं गज यात्रा सफल हो पाई है। दीपक शर्मा ने आगे कहा कि वनों एवं वन्य जीवों की रक्षा हेतु सदैव संकल्पित रहूंगा तथा हाथियों के संरक्षण संवर्धन एवं मानव हाथी द्वंद्व को रोकने अब और अधिक उत्साह के साथ कार्य करूंगा।