कांकेर। कांकेर जिले के ग्राम तुएगुहान, हाटकर्रा के ग्रामीण अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर कांकेर जिला वनोपज संघ के अध्यक्ष नितिन पोटाई से मिलने कांकेर स्थित पोटाई प्लाजा पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी तेन्दुपत्ता तोड़ाई किये थें पर तेन्दुपत्ता तोड़ाई का उनको अभी तक किसी भी प्रकार से पैसा नहीं मिला है साथ ही वर्ष 2019-20 का तेन्दुपत्ता का बोनस भी भुगतान शेष है। ग्रामीणों ने श्री पोटाई को बताया कि ग्राम तुएगुहान एवं हाटकर्रा आदिवासी परिवार के किसान है उनका अधिकांश परिवार वनोपज संग्रहण एवं तेन्दुपत्ता तोड़ाई से जुड़े है। उनका कहना है कि सरकार के इस योजना से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है किन्तु सही समय में इसका पैसा नहीं मिलने से ग्रामीण अपनी दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं का क्रय नहीं कर पा रहे है।

पोटाई ने ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना तथा तुरंत वनमंडलाधिकारी सह जिला वनोपज संघ कांकेर के प्रबंध संचालक को फोन लगाकर ग्रामीणों को तेन्दुपत्ता का भुगतान कर समस्या के निराकरण करने की बात कही। इस दौरान वनोपज संघ के अध्यक्ष नितिन पोटाई ने उपस्थित ग्रामीणों से बातचीत करते हुए छ.ग. सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में भी बातचीत की तथा कहा कि हमारी सरकार वनोपज संग्राहकों के लिए बढ़िया कार्य कर रही है। एक ओर जहां तेन्दुपत्ता की कीमत 4000 रू. मानक बोरा की गई वहीं 65 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी न्युनतम समर्थन मूल्य पर किये जाने से वनोपज संग्राहकों में खुशी का वातावरण है वहीं दूसरी ओर मिलेट अनाज की प्रोसेसिंग यूनिट कांकेर के नाथिया नवागांव में लगाये जाने से किसानों के मिलेट अनाज कोदा, कुटकी और रागी को प्रोसेसिंग कर अच्छे कीमतों में बेचा जा रहा है जिससे उन्हे आर्थिक रूप से मजबूत होने में सहायता मिल रही है। इस दौरान श्री पोटाई ने उपस्थित ग्रामीणों से क्षेत्र के परिस्थितियों के बारे में भी बातचीत की तथा ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि तेन्दुपत्ता संग्राहक परिवारों कों उनकी मेहनत का पैसा वे जरूर दिलवायेंगे। इस अवसर पर रामलाल दर्रो, रामसिंह दर्रो, शत्रुघन दर्रो, हिरऊ राम दर्रो, सुभाष सलाम, के साथ अन्य लोग उपस्थित थे।