संचार टुडे(दंतेवाडा)। छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा जिला सेटिंग और भ्रष्टाचार के मामले में अव्वल दर्जा प्राप्त हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एकलव्य आदर्श आवासीय परिसर का एक स्टोर कीपर पहले तो ट्राइबल विभाग में जुगाड लगाकर बाबू बनता है। फिर विभाग में भ्रष्टाचार का ऐसा खेल खेलता है की देखते-देखते कुछ वर्षों में बन गया करोड़ों रुपये संपत्ति का मालिक। बीते कुछ वर्षों में ही दंतेवाड़ा, गिदम और जगदलपुर में खरीदा करोड़ों की संपत्ति।
बात ना खुले इस कारण अपने परिवार के सदस्यों के नाम का इस्तेमाल कर खरीदा संपत्ति। पैसे कमाने की इतनी ललक थी कि नियम कानूनो को ताक में रखकर ट्राइवल के अन्तर्गत आने वाले कई आश्रमों के अधीक्षकों के नाम से लाखों का चेक काट डाला। इससे भी मन नहीं भरा तो समस्त नियमो को दरकिनार कर अपने संविदा कर्मचारी भाई को छात्रावास का अधीक्षक बनवा देता है । स्टोर कीपर इतना शातिर है कि उसने सभी संपत्ति छोटे – छोटे टुकड़ों में अलग अलग शहरों में क्रय किया । इन सभी संपत्तियों का विवरण एक साथ इकट्ठा कर जल्द परत दर परत खुलासा होगा , फिलहाल पाठको के लिये स्टोर कीपर द्वारा गिदम नगर में निर्मित एक संपत्ति की फोटो साजा किया जा रहा है।