औद्योगिक क्षेत्र में नाबालिक चोर सक्रिय, फिर टूटे स्कूल और दुकानों के ताले

रायपुर/धरसीवां । औद्योगिक क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी से व्यापारियों की नींद हराम हो गई है ज्यादातर मामलों में नबालिक बच्चे शामिल हैं आज फिर चोर राज बैटरी दुकान पर चोरी कर चांदी की अंगुठी कुछ नगदी समेत नये कपड़े सुटकेश से समान पार कर गये वहीं ग्राम सांकरा के माध्यमिक शिक्षा स्कूल में खेल समान सहित अन्य जरूरी कागजात चोर चोरी कर गए वहीं स्कूल में लगे वायरिंग बोर्ड उखाड़ कर लें गये चोर लोग यहां तक स्कूल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरा भी तोड दिया है।

 

Read More-  पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल के 6000 पदों पर निकली वैकेंसी

 

चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले ज्यादातर नाबालिक मां-बाप भी दे रहे शह

महिनों भर में दर्जनों भर वारदात को अंजाम देने वाले ज्यादातर नाबालिक बच्चे हैं नाबालिक होने का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम देते हैं क्योंकि माना बाल सुधार गृह में इनको जल्द ही जमानत दे दिया जाता है और इसका फायदा उठाकर फिर वारदात को अनजान देते हैं व्यापारी यहां तक इन नाबालिक बच्चों के मां-बाप को कहते हैं आपका बच्चों को सुधार कर रखो तो यही कहते हैं कि हम क्या करें हमारी नहीं सुनते जैसे ही पुलिस इसको गिरफ्तार कर ले जाते हैं तो जमानत लेने उनके मां-बाप पहुंच जाते हैं और इन्हें नाबालिक होने के कारण आसानी से जमानत भी मिल जाती है।

 

Read More-  अच्छे अंकों से पास कराने का झांसा देकर प्रिंसिपल ने BA की छात्रा से किया गंदा काम

 

नाबालिक चोर तीन दिन पहले ही पहुंचे हैं गांव फिर बढ़ी वारदात

एटीएम और दुकानो में चोरी करने वाले आरोपी अभी जमानत पर रिहा हुआ है, ऐसे में व्यापारी फिर चिंता में हैं, फिर एक के बाद एक वारदात बढ़ने लगा है व्यापारियों को अब फिर चोरी का डर सताने लगा है कहीं उनकी प्रतिष्ठान में चोर कहीं डाका न डाल दें।

Read More-  लगवा दूंगा तुम्हारी नौकरी…’ झांसा देकर CO ने किया गैंगरेप’

कानूनी प्रकिया पर उठने लगे सवाल

ज़्यादातर चोरी करने वाले नाबालिक है और इन्हें जल्द ही जमानत मिल जाती है यहां तक 10 12 साल के बच्चे की गिरफ्तारी भी नहीं होती नाबालिक है करके ऐसे में व्यापारी और लोग चिंतित हैं और कानूनी प्रक्रिया पर भी सवाल उठा रहे हैं आखिर इस बाल सुधार भी से इतनी आसानी से जमानत क्यों दे दी जाती है क्योंकि यह लोग जमानत पर आकर फिर वारदात को अंजाम देते हैं।