डौंडी(संचार टुडे)। डौंडी विकासखंड के ग्राम कुँजकन्हार की रहने वाली 60 वर्षीय गीता बाई कुलहरिया पति अरुण कुमार को क्या पता था कि जब वह सुबह सोकर उठेगी तो आज उसकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा। दरअसल गीताबाई कुलहरिया अलसुबह 6 बजे अपने घर से शौच जाने गांव के तालाब की ओर निकली थी जहां रास्ते मे उसका सामना एक दंतैल हाथी से हो गई। गुस्साए हाथी ने महिला के गर्दन को अपनी सूठ से जकड़कर जमीन में पटक दिया व पेट को भारीभरकम पैर से दबा दिया। जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गई। इस बीच गांव के बहुत सारे ग्रामवासी उसी दिशा पर हाथी देखने गए थे उस वक्त मृतक का सगा भाई रूपेंद्र कुमार ठाकुर भी 200 – 300 मीटर दूरी से हाथी देख रहा था। उन्होंने अपनी बहन को हाथी द्वारा पटककर मारते अपनी आंखों से देखा ग्रामीणों द्वारा चीख पुकार किये जाने पर हाथी आगे की ओर बढ़ गया। ग्रामीणों द्वारा घायल गीताबाई को आनन फानन में 108 माध्यम से डौंडी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उपचार के दौरान महिला की मृत्यु हो गई। अस्पताल में डौंडी पुलिस शव का पंचनामा बनाकर पीएम हेतु भेजकर मामले की जांच की जा रही है। वही फारेस्ट विभाग द्वारा हाथी विचरण क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। फारेस्ट विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है लोग जंगल की ओर ना निकले तथा हाथी दिखने पर उससे दूरी बनाकर सतर्कता बरते। हाथी से किसी प्रकार का छेड़छाड़ ना करे। विभाग के एसडीओ ने कहा कि मृत महिला के परिवार को शासन की नियमो तहत मुआवजा राशि दी जावेगी। गौरतलब है कि डौंडी वनपरिक्षेत्र में दो साल के भीतर पांच लोगों की जान हाथी ने ले ली है तथा घुमफिरकर हाथी इस क्षेत्र पहुँचकर विचरण कर रहे है। हालांकि वनविभाग की टीम हाथी लोकेशन पर लगातार नजर रखकर गस्त कर रही है बावजूद हाथी का आतंक देखने को मिल रहा परिणामस्वरूप हाथी लोगो की जान ले रही है।